Movie Review-777चार्ली
कलाकार-चार्ली (वंडर डॉग) , रक्षित शेट्टी , संगीता श्रृंगेरी , राज बी शेट्टी , दानिश सैत और बॉबी सिम्हा आदि।
लेखक-किरनराज के और संजय उपाध्याय
निर्देशक-किरनराज के
निर्माता-जी एस गुप्ता और रक्षित शेट्टी
रिलीज डेट-10जून 2022
रेटिंग- 3/5
कन्नड़ फिल्म 777 Charlie 10जून यानी आज रिलीज हो गई है और सिनेमाघरों में जमकर धमाल मचा रही है। यही नहीं इस फिल्म को लोगों बेशुमार प्यार भी मिल रहा है। यही नहीं ट्विटर यूजर्स ने फिल्म को सुपरहिट घोषित कर दिया है और कई लोगों का कहना है कि फिल्म इमोशनल करने वाली है। कुलमिलाकर रक्षित शेट्टी की एक्टिंग लोगों को बहुत पसंद आ रही है। बता दें, 777 Charlie को कन्नड़ समेत, तमिल, तेलुगू, हिन्दी, और मलयालम भाषाओं में भी रिलीज किया गया है। जब से फिल्म का ट्रेलर रिलीज हुआ था, तभी से इसको लेकर काफी चर्चे थे। भारतीय सिनेमा में इंसान और जानवरों की दोस्ती पर कई फिल्में पहले भी बन चुकी हैं। मगर ये फिल्म इसलिए भी खास है क्योंकि इसमें कुत्ते के लिए जो प्रेम दिखाया गया है वो पहले कभी नहीं देखने को मिला।
पालतू से प्यार की भावुक कहानी
फिल्म ‘777चार्ली’ एक इमोशनल कहानी है। ये यात्रा है एक इंसान की अपने पालतू को उसकी खुशियां दिलाने की। कहानी का नायक कुछ कुछ ‘कबीर सिंह’ जैसा है। फैक्ट्री, घर, बीयर, इडली, सिगरेट…बस यही उसकी जिंदगी है। चेहरे पर कोई भाव नहीं। गली से निकल जाए तो बच्चे भी डरते हैं। किसी के घर से निकल भागा एक कुत्ता उसकी देहरी पर आकर ठिठक जाता है। भगाने पर भी नहीं भागता और फिर परिस्थितियां ऐसी बनती हैं कि दोनों को साथ रहना होता है। शुरुआती इंतजाम ये कुछ दिनों का ही है लेकिन फिर दोनों में प्यार हो जाता है। अपने मालिक की आदतें बदल देने वाले इस कुत्ते को नाम मिलता है ‘777चार्ली’। वह अपने मालिक को बचाता है। और, बदले में उसे मिलता है..! बाकी कहानी यहां बता देने से आपका फिल्म देखने का मजा किरकिरा हो सकता है।
किरनराज के का कमाल
और, फिल्म की कमान जिन हाथों में है उन किरनराज के का करियर ये फिल्म पूरी तरह बदल देने वाली है। फिल्म ‘किरिक पार्टी’ में किरनराज फिल्म की निर्देशन टीम का हिस्सा थे। वहीं उनकी रक्षित शेट्टी से दोस्ती हुई और रक्षित ने उन्हें फिल्म ‘777 चार्ली’ के निर्देशन का जिम्मा सौंपा। फिल्म देखकर लगता नहीं है कि ये किरनराज की बतौर निर्देशक सिर्फ दूसरी फिल्म है। उनका शॉट डिवीजन, कैमरा प्लेसिंग और मूवमेंट कमाल का है। कलाकारों को उन्होंने अपने भाव लाने की पूऱी छूट भी दी है। हां, इस चक्कर में फिल्म शुरू में थोड़ा सुस्त रहती है लेकिन पटरी पर आने के बाद फिर फिल्म आखिर तक रुकती नहीं है।