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Ravi Kishan की बेटी इशिता ‘अग्निपथ स्कीम’ के तहत बनेंगी अग्निवीर, एक्टर ने बेटी के फैसले पर किया रियेक्ट

Agnipath Recruitment Scheme

बीते दिनों केंद्र की मोदी सरकार ने एक नयी योजना की घोषणा की है, जिसका नाम 'अग्निपथ'। इस योजना के तहत देश के युवा चार साल तक भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दे सकेंगे। वहीं जब से सरकार ने इस योजना का ऐलान किया है उसी के बाद से देशभर में जमकर हंगमा होते दिख रहा है। जहां कई लोग इस स्कीम के आने से बेहद खुश है तो वहीं कई लोग ऐसे भी हैं जो इस योजना का कड़ा विरोध जता रहे हैं। बिहार से हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भी इसको लेकर खूब बवाल चल रहा है। खैर, बिहार में तो ऐसे हालात हो गए हैं कि लोगों ने वहां ट्रेनें तक फूंक दी हैं। इसी कड़ी में भाजपा के सांसद और भोजपुरी स्टार रवि किशन की लाडली 'अग्निपथ' योजना के तहत सेना में भर्ती होना चाहती हैं।

रवि किशन ने ट्वीट करके कही ये बात

दरअसल रवि किशन ने अग्निपथ योजना के सपोर्ट में एक ट्वीट किया। उन्होंने ट्विटर पर अपनी बेटी इशिता की एनसीसी की यूनीफॉर्म पहने हुए एक तस्वीर पोस्ट की। उन्होंने लिखा- 'मेरी बिटिया इशिता शुक्ला, आज सुबह बोली पापा मैं अग्निपथ स्कीम का हिस्सा बनना चाहती हूं। मैंने कहा जाओ बेटा आगे बढ़ो'। रवि किशन की इस पोस्ट पर लोगों के जमकर रिएक्शन आ रहे हैं। कोई इसे अच्छा बता रहा है तो कोई कह रहा है सब बकवास है। वहीं रवि किशन के इस पोस्ट के वायरल होते ही लोगों ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी है।

रवि किशन की तीन बेटियां और एक बेटा

बता दें कि 'अग्निपथ'  स्कीम के तहत देश के युवा जल, थल और वायु सेना में 4-4साल तक अपनी सेवाएं दे सकेंगे। बात करें रवि किशन की बेटी इशिता शुक्ला की तो उन्होंने इस साल जनवरी में हुई एनसीसी की रैली में हिस्सा लिया था और उन्हें एडीजी अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया था। इशिता शुक्ला के अलावा रवि किशन की दो और बेटियां हैं, जिनका नाम रीवा किशन और प्रीति किशन है। रीवा एक ऐक्ट्रेस हैं। रवि किशन का एक बेटा भी है, जिसका नाम सक्षम है।

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अग्निपथ योजना की बात करें तो केंद्र सरकार ने वर्षों पुरानी अग्निपथ योजना के तहत बड़े बदलाव किए हैं। इस योजना के तहत थलसेना, जलसेना और वायुसेना में चार साल के लिए सैनिकों की भर्ती की जाएगी। उसके बाद 75फीसदी जवानों को घर भेज दिया जाएगा और बाकी जवान सेना के स्थाई पद पर नियुक्त होगे। जिसके बाद सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक इस योजना के खिलाफ खूब विरोध जताया जा रहा है।