दिग्गज अभिनेता राज कपूर फिल्म इंडस्ट्री का वो चमकता सितारा थे जिन्होंने 10साल की उम्र में हिंदी फिल्म इंकलाब में अभिनय किया। सिर्फ 24साल की उम्र में खुद को स्टूडियो 'आर.के स्टूडियो' स्थापित कर डाला। उन्हें इस दुनिया को छोड़े 33साल हो गए हैं, मगर उनके बहुत-से किस्से आज भी मशहूर हैं। वह भारतीय सिनेमा के स्वर्णयुगीन फिल्मकार, निर्देशक और अभिनेता थे और करीब चार दशक तक इंडस्ट्री पर उनका कब्जा रहा। वहीं 63साल ही उम्र में दिग्गज अभिनेता इस दुनिया को अलविदा कहकर चल बसे। खास बात, हिंदी फिल्मों के शुरुआती दौर में उनकी फिल्मों ने इसे एक अलग पहचान दी।
राज कपूर का मध्य प्रदेश से भी गहरा संबंध रहा है। उनकी सुपरहिट फिल्म तीसरी कसम की शूटिंग एमपी के सागर में हुई थी। 1960के दशक में इसकी शूटिंग के लिए फिल्म यूनिट सागर आई हुई थी। राज कपूर और वहीदा रहमान ने सागर के कई गांवों में इसकी शूटिंग की थी। सागर के गीतकार स्वर्गीय विट्ठल भाई पटेल ने शूटिंग के लिए सारा इंतजाम किया था। दो जून को राज कपूर की पुण्यतिथि थी। गौकतलब है राज कपूर की ससुराल भी एमपी के रीवा में थी। उनकी पत्नी कृष्णा कपूर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी करतार नाथ मल्होत्रा की बेटी थीं जो रीवा में रहते थे। जबलपुर में अभिनेता प्रेम नाथ का एंपायर सिनेमा हॉल था। प्रेमनाथ, राज कपूर के साले थे।
लोगों को डराने की थी हवाई फायरिंग
फिल्म तीसरी कसम से जुड़ा एक किस्सा जनसंपर्क विभाग के संयुक्त संचालक अशोक मनवानी ने बताया। फिल्म की ज्यादातर शूटिंग बीना और आसपास के इलाकों में हुई थी। जब शूटिंग खत्म होने पर फिल्म की यूनिट पंजाब मेल ट्रेन से मुंबई वापस लौट रही थी, तब लोगों को यह बात पता चली गई। ट्रेन के विदिशा स्टेशन पर पहुंचने से पहले ही भारी भीड़ जमा हो गई। ट्रेन के रुकते ही भीड़ एसी डिब्बे के गेट पर खड़ी हो गई।
लोगों ने मांग की कि अभिनेत्री वहीदा रहमान बाहर आएं। वे उन्हें देखना चाहते थे। भीड़ ने पथराव कर खिड़कियों के कांच फोड़ डाले। तब राजकपूर बाहर निकले। बताते हैं तब राज कपूर ने लोगों को डराने के लिए हवाई फायर भी किया था। जैसे तैसे ट्रेन रवाना हुई थी और रायसेन जिले के स्टेशन सांची में रुक कर डिब्बे में मरम्मत और सुधार किए गए थे। अशोक मनवानी के पिताजी रेलवे में नौकरी करते थे। मनवानी परिवार विदिशा रेलवे स्टेशन से सटे क्षेत्र में ही रहता था। इस वजह से वे पूरी घटना के चश्मदीद गवाह बने।
दूसरी बार ट्रक वालों को बांटी शराब
राज कपूर इसके बाद 1970के दशक में भी सागर आए थे। तब विट्ठल भाई पटेल के परिवार में एक शादी थी। वे राधेश्याम भवन में रुके थे। कपूर परिवार हमेशा से शराब का प्रेमी माना जाता है। बारात आने की खुशी में राज कपूर ने सागर में बड़ी मात्रा में शराब मंगाई थी। स्थानीय लोग बताते हैं कि मोती नगर तिराहा क्षेत्र के आसपास भोपाल नाके वाले इलाके में राज कपूर ने अपने हाथों से ट्रक चालकों को शराब बांटी थी। विट्ठल भाई पटेल गांधीवादी नेता थे। वे शराब से दूर रहते थे, लेकिन राज कपूर को यह सब करने से रोक नहीं सके थे।