कोरोना माहामारी ने पूरी दुनिया जमकर तबाही मचाया। इसके चलते पूरी दुनिया न जाने कितने साल पीछे चली गई। करोड़ों लोग संक्रमित हुए तो लाखों लोगों की जाने चली गई। इसे लेकर वैज्ञानिक लगातार रिसर्च कर रहे हैं। अब एक नई स्टडी में बड़ा दावा करते हुए बताया गया है कि, एक बार जिन्हें कोरोना हो जाता है यानी कोरोना संक्रमित व्यक्ति में कम से कम 2साल तक लक्षण दिखाई देते हैं। चीन मे रोगियों पर आधारित एक स्टडी में लॉन्ग कोविड के आसपास साक्ष्य जुटाए गए हैं जिसमें बताया गया कि, किसी के वायरस से फ्री होने के बाद भी लक्षण बने रहते हैं.
द लैंसेट रेस्पिरेटरी मेडिसिन ने इस स्टडी को प्रकाशित की है। जापान फ्रेंडशिप हॉस्पिटल इन चाइना और स्टडी के प्रमुख लेखक चीन के प्रोफेसर बिन काओ ने एक बयान में कहा, हमारे निष्कर्ष बताते हैं कि अस्पताल में भर्ती होने के बाद जिन कोविड-19सर्वाइवर्स ने कोरोना को मात दे दी उन्हें पूरी तरह से ठीक होने के लिए दो साल से अधिक समय की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को बीमारी लंबे समय तक रही है उन कोविड-19सर्वाइवर्स का लगातार फॉलो-अप करना जरूरी है।
इसके आगे उन्होंने बताया कि, उन लोगों के एक महत्वपूर्ण अनुपात को निरंतर सहायता प्रदान करने की स्पष्ट आवश्यकता है जिनको कोविड-19हुआ है। यह समझने के लिए कि टीके, उभरते उपचार और नए कोविड वेरिएंट दीर्घकालिक स्वास्थ्य परिणामों को कैसे प्रभावित करते हैं, इसे समझने के लिए भी उनका लगातार फॉलो-अप करना जरूरी है।
शोधकर्ताओँ की माने तो, कोविड-19 रोगियों में बाद में जो लक्षण होते हैं उसमें स्थयी लक्षणों में आमतौर पर थकान, सांस की तकलीफ और नींद की कठिनाई होती रहती है या फिर इससे भी अधिक लक्षण दिखाई दे सकते हैं। रिसर्च के मुताबकि, 7 जनवरी से 29 मई, 2020 के बीच छह महीने, 12 महीने और दो साल के बीच वुहान के जिन यिन-टैन अस्पताल में भर्ती हुए तीव्र कोविड-19 के साथ 1,192 प्रतिभागियों को शामिल किया गया था। शुरुआत में बीमार पड़ने के छह माह बाद 68 प्रतिशत लोगों ने कम से कम एक लॉन्ग कोविड लक्षण की सूचना दी। संक्रमण के दो साल बाद तक, लक्षणों की व्यापकता गिरकर 55% हो गई थी। थकान या मांसपेशियों में कमजोरी सबसे अधिक बार रिपोर्ट की गई। यह कमजोरी की शिकायत छह महीने में 52% से गिरकर दो साल में 30% हो गई। अपनी प्रारंभिक बीमारी की गंभीरता के बावजूद, 89% प्रतिभागी दो वर्षों में अपने मूल कार्य पर लौट आए। शुरू में बीमार पड़ने के दो साल बाद, कोविड-19 के रोगी आम तौर पर सामान्य आबादी की तुलना में खराब स्वास्थ्य में होते हैं, जिसमें 31% थकान या मांसपेशियों में कमजोरी की रिपोर्ट करते हैं और समान प्रतिशत नींद की कठिनाइयों की रिपोर्ट करते हैं।