दिल्ली की हवा दिवाली के बाद बदलती थी लेकिन इस बार दिवाली से पहले ही दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। दिल्ली में धुंध का असर विजिबिलिटी पर पड़ा है और कई इलाकों में विजिबिलिटी कम हो गई है। बढ़ते प्रदूषण के कारण दिल्ली NCR के कुछ हिस्सों में वायु गुणवत्ता 500के पार हो गई है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई शहरों में वायु गुणवत्ता (AQI) 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंच गई है।
दिल्ली से सटे ग्रेटन नोएडा और गाजियाबाद में एयर क्वालिटी इंडेक्स 400के पार पहुंच गया है। वहीं, मेरण में AQI 500के पार है जो खतरनाक श्रेणी में आता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 244रहा। जबकि बल्लभगढ़ का एक्यूआई 271रिकॉर्ड किया गया. फरीदाबाद में AQI 250के आस-पास बना हुआ है। बता दें कि, इससे पहले दिल्ली में बृहस्पतिवार को वायु गुणवत्ता 'मध्यम' श्रेणी में दर्ज किया गया था। लेकिन पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने की बढ़ती घटनाओं की वजह से अगले दो दिन में इसमें गिरावट आने की आशंका है।
पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में स्थित राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के आठ जिलों में पराली जलाने की घटनाएं एस साल काफी कम हुई हैं। इस महीने पराली जलाने की कुल 1,795घटनाएं दर्ज ी गई हैं, जो पिछले साल इसी अवधि में 4,854घटनाएं दर्ज की गई थी। यह जानकार शुक्रवार को केंद्र के वायु गुणवत्ता आयोग की ओर से दी गई है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और उससे जुड़े इलाकों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने कहा कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा बनाए प्रोटोकॉल पर आधारित एक रिपोर्ट के अनुसार, धान के अवशेष जलाने की घटनाएं एक महीने के दौरान पंजाब में 64.49प्रतिशत, हरियाणा में 18.28प्रतिशत और उत्तर प्रदेश के आठ एनसीआर जिलों में 47.61प्रतिशत कम हुई हैं।
इधर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्लीवासियों से शहर में प्रदूषण कम करने में मदद की अपील करते हुए कहा है कि, सप्ताह में कम से कम एक दिन निजी वाहनों का इस्तेमाल ना करें। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि, आस-पास के राज्यों में किसानों के पराली जलाने के कराण दिल्ली में पिछले तीन-चार दिनों से वायु प्रदूषण बढ़ने लगा है। इके साथ ही दिल्ली में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए एनसीआर में शुक्रवार से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (Graded Response Action Plan) लागू हो गया। इस प्लान के तहत प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए NCR में ऐसा करने वालों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश जारी किए गए हैं।