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China के पीछे हटते ही लद्दाख LAC पहुंचे आर्मी चीफ Gen Manoj Pandey

Army Chief Gen Manoj Pande: भारत और चीन पूर्वी लद्दाख में ‘गोगरा-हॉटस्प्रिंग्स’ इलाके से अपने सैनिकों को पीछे हटा रहे हैं। चीन यहां पर जबरन घुस आया था जिसके बाद भारत ने भी अपने जवानों की संख्या बढ़ा दी थी। दो साल में जब चीन कि कोई भी चाल काम नहीं आई तो वो उलटे पांव वापस भागने लगा है। इस बीच एक बड़ी खबर आ रही है कि, भारतीय थलसेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे (Army Chief Gen Manoj Pande) शनिवार को लद्दाख का दौरा किया। चीनी सेना के वापस जाने के लिहाज से सेना प्रमुख (Army Chief Gen Manoj Pande) का यह दौरा बेहद अहम माना जा रहा है।

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भारतीय थलसेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे का लद्दाख जाना कई मायनों में अहम है। वहां जाकर वो हालात का जायजा लियाऔर आगे की रणनीति बनाई। चीन भले ही पीछे हट गया है लेकिन, उसपर भरोसा नहीं किया जा सकता है। धोखा देना उसकी आदत है। ऐसे में सेना को हमेसा चौकन्ना रहने के लिए कहेंगे। इसके साथ ही ऐसे इलाकों को लेकर सेनाओं से नई रणनीति पर चर्चा की।

बता दें कि, भारत और चीन ने गुरुवार को पूर्वी लद्दाख के गोगरा-हॉटस्प्रिंग्स क्षेत्र में ‘पेट्रोलिंग प्वाइंट 15’ से अपने सैनिकों के पीछे हटने की घोषणा की थी। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत और चीन पूर्वी लद्दाख के ‘गोगरा-हॉटस्प्रिंग्स’ इलाके से पीछे हटने की प्रक्रिया 12 सितंबर तक पूरी करेंगे। इस स्थान पर दोनों सेनाओं के बीच पिछले दो साल से अधिक समय से गतिरोध बना हुआ है। बागची ने कहा कि समझौते के जरिए यह सुनिश्चित होता है कि दोनों पक्षों द्वारा इस क्षेत्र में एलएसी का कड़ाई से पालन और सम्मान किया जाएगा और यथास्थिति में एकतरफा बदलाव नहीं किया जाएगा।

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उन्होंने कहा कि भारत और चीन के कोर कमांडरों के बीच 16वें दौर की वार्ता 17 जुलाई 2022 को चुशुल मोल्दो बैठक स्थल पर हुई थी। दोनों पक्षों ने तब से भारत-चीन सीमा क्षेत्रों के पश्चिमी क्षेत्र में एलएसी के साथ प्रासंगिक मुद्दों को हल करने के लिए नियमित संपर्क बनाए रखा था। इसके बाद दोनों पक्ष अब गोगरा-हॉटस्प्रिंग्स (पीपी-15) के क्षेत्र में पीछे हटने पर सहमत हो गए हैं। समझौते के मुताबकि, इस क्षेत्र से पीछे हटने की प्रक्रिया 8 सितंबर को सुबह 8.30 बजे शुरु हो गई है और 12 सितंबर तक पूरी हो जाएगी।

आईएन ब्यूरो

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