दिल्ली-एनसीआर की हालत बिगड़ती जा रही है। प्रदूषण के कारण दिल्ली-एनसीआर में सांस भी लेनी मुश्किल हो गया है। बिगड़ते हालात को देखते हुए दिल्ली सरकार ने एक हफ्ते के लिए स्कूलों में अवकाश का ऐलान किया है। वहीं सरकारी कर्मचारी भी वर्क फ्रॉम होम करेंगे। दिल्ली से सटा नोएडा लगातार दूसरे दिन देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा। यहां हवा का दुणवत्ता सूचकांक 464 रिकॉर्ड पर रहा। दिल्ली समेत गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद व गुरुग्राम की हवा भी गंभीर स्तर में बनी रही।
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राष्ट्रीय राजधानी में लगातार तीसरे दिन शनिवार को वायु गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में रही और इस दौरान वायु गुणवत्ता सूचकांक(एक्यूआई) 473 रहा। एक दिन पहले की तुलना में इसमें कुछ सुधार हुआ। वहीं, गाजियाबाद, गुरुग्राम, नोएडा, फरीदाबाद, ग्रेटर नोएडा का वायु गुणवत्ता सूचकांक क्रमशः 441, 441, 423, 464 और 408 रहा।
बता दें कि, केजरीवाल ने कहा कि वायु प्रदूषण के उच्च स्तर को देखते हुए सोमवार से स्कूल एक सप्ताह के लिए बंद रहेंगे। सरकारी कार्यालयों के संबंध में वर्क फ्रॉम होम लागू किया जाएगा और निजी कार्यालयों के लिए अलग से परामर्श जारी किया जायेगा। दिल्ली में 14 से 17 नवंबर तक निर्माण गतिविधियां प्रतिबंधित रहेंगी।
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इससे पहले, न्यायालय ने केंद्र एवं दिल्ली सरकार से कहा कि वे वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए आपात कदम उठाएं। प्रधान न्यायाधीश एन वी रमण की अगुवाई वाली पीठ ने कहा कि प्रदूषण की स्थिति इतनी खराब है कि लोग अपने घरों के भीतर मास्क पहन रहे हैं।