(Dr. Mangalam Swaminathan National Excellence Award)’अपने कर्तव्यों से विमुख भगवान को सावधान करने की जिम्मेदारी तत्कालीन पत्रकार यानी नारद मुनी की थी। आज के समय में भी पत्रकारों की जिम्मेदारी आज के भगवान बने बैठे लोगों को झकझोरने की है।’ ये विचार भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एंव पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉक्टर मुरली मनोहर जोशी ने व्यक्त किए। डॉ जोशी मंगलम स्वामी नाथन नेशनल एक्सीलेंस एवॉर्ड 2022 (Dr. Mangalam Swaminathan) कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। डा.जोशी ने कहा कि संवैधानिक दायरे में रहकर हम व्यवस्था को किस तरह ठीक कर सकते हैं, ये पत्रकारों पर बड़ा दायित्व है जिसे वे सजगता से निभा रहे हैं। इसमें कई पत्रकारों को प्राण भी गंवाने पड़े हैं।
डा. मुरली मनोहर जोशी ने विकास के नाम पर प्रकृति के विनाश को लेकर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि हम आने वाली पीढ़ी को कठिन अवस्था की ओर ढकेल रहे हैं और उनके सामने दुखदायी परिस्थिति खड़ी कर रहे हैं। हमें सजग होना होगा, क्योंकि हमने सुविधाओं के नाम पर धरती को कबाड़खाने में तब्दील कर दिया है। वह मंगलवार को डा.मंगलम स्वामीनाथन फाउंडेशन (Dr. Mangalam Swaminathan National Excellence Award) द्वारा आयोजित सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे।
इस कार्यक्रम में डा. जोशी व नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के चेयरमैन डा. आदर्श कुमार गोयल ने पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए दैनिक जागरण समूह के कार्यकारी संपादक विष्णु प्रकाश त्रिपाठी विज्ञान पत्रकारिता (आयुर्वेद विज्ञान) के लिए श्यामा राजागोपाल, कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में जी. वेणुगोपाल, स्वास्थ्य के क्षेत्र में गड़बड़ियों को उजागर करने वाली खोजी पत्रकारिता के क्षेत्र में अनुश्री मुखर्जी को सम्मानित किया गया। इसके साथ ही दत्तोपंत ठेंगड़ी सेवा सम्मान बेंगलुरु के जेआर ग्रुप के चेयरमैन एवं एमडी डा. केजे पुरुषोत्तम रेड्डी को दिया गया
इस मौके पर एनजीटी के चेयरमैन डा. आदर्श कुमार गोयल ने कहा कि हर व्यक्ति को अपनी उत्कृष्टता के लिए काम करना चाहिए। उत्कृष्टता तब तक अधूरी है, जबतक कि उसमें समाज कल्याण की भावना न हो। समारोह में भारत विकास परिषद के संगठन सचिव सुरेश जैन, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डा. राजकुमार भाटिया, डा. मंगलम स्वामीनाथन फाउंडेशन के चेयरमैन व मैनेजिंग ट्रस्टी डा. आर. बालाशंकर मौजूद रहे।