राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मुंडा इलाके में शुक्रवार शाम एक तीन मंजिला इमारत में भीषण आग लग गई। इस हादसे में 27लोगों की मौत हो गई और 50लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घयलों की संख्या 12बताई जा रही है। वहीं, कई और लोगों को मारे जाने की आशंका जताई जा रही है। इमरात के अंदर कई लोगों के अभी भी फंसे होने की आशंका है। घायलों का इलाज संजय गांधी अस्पताल में चल रहा है।
ये घटना पश्चिमी दिल्ली के मुंडका मेट्रो के पिलर नंबर 547के पास स्थिति एख इमरात का है। अस्पताल के बाहर लोगों की काफी भीड़ जमा हुई है। लोग हादसे का शिकार हुए अपने परिजनों के बारे में जानने के लिए अस्पताल के बाहर इंतजार कर रहे हैं। चारों ओर अफरा-तफरी का माहौल है। दल्ली अग्निशमन विभाग के मुताबिक, उन्हें शाम के करीब 4:40बजे आग लगने की घटना की सूचना मिली। आग पर काबू पाने के लिए दमकल की 30गाड़ियां मौके पर पहुंची हुई हैं और इसके साथ ही पीड़ितों को तत्काल चिकत्सिा सहायता प्रदान करने के लिए एम्बुलेंस की सुविधा भी मौके पर उपलब्ध कराई गई है।
एक सीनियर पुलिस अधिकारी की माने तो, उन्होंने कहा कि, यह एक चार मंजिला इमारत है। आग इमारत की पहली मंजिल में लगी, जहां एक सीसीटीवी कैमरे और राउटर निर्माण कंपनी का कार्यालय है। इमरान में स्थिति एक गोदाम में परफ्यूम और देसी घी होने की वजह से आग ने तेजी से पूरे गोदाम को अपनी चपेट में ले लिया। हादसे के वक्त करीब 200लोग इमारत में थे जिसमें एक कमरे में 50-60लोगों की मीटिंग भी हो रही थी तभी आग ने इन्हें अपनी चपेट में ले लिया। खिड़कियों के शीशे को तोड़कर लोगों को बाहर निकालने का काम किया गया
वहीं, बाहरी जिले के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) एस शर्मा ने मीडिया को बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और इमारत के मालिकों हरीश गोयल और वरुण गोयल को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। उन्होंने कहा कि अभी और शवों के मिलने की संभावना है क्योंकि बचाव अभियान अभी भी जारी है। उन्होंने कहा कि वे आग से बरामद शवों की पहचान करने के लिए फोरेंसिक टीम की मदद लेंगे।