केंद्र की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार देश की सुरक्षा को लेकर कई सारे बड़े फैसले ले चुकी हैं और कई फैसले ले रही है। देश की सुरक्षा को लेकर इस वक्त सरकार काफी ध्यान दे रही है। चाहे थल सेना हो या जल या फिर क्यों वायु सेना हो तीनों सेनाओं को भारत सरकार विश्व की सबसे बेहतरीन सेना बनानी चाहती है। यही वजह है कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने अग्निपथ योजना का एलान किया है। जिसके तहत अब भारतीय सेनाओं में 4 साल के लिए सैनिकों की भर्ती होगी। आने वाले समय में ये देश की सबसे बड़ी ताकत बनेगी और दुनिया का कोई भी देश भारत की सीमा में घुसने या फिर आंख दिखाने से पहले हजार बार जरूर सोचेगा। आईए जानते हैं अग्निपथ स्कीम के बारे में… कितनी सैलरी होगी, उम्र सीमा इत्यादि…
अग्निवीर की आयु
अग्निपथ स्कीम में भर्ती के लिए युवाओं की आयु 17 साल 6 महीने से 21 महीने के बीच होनी जरूरी होगी।
युवाओं को ट्रेनिंग पीरियड समेत कुल 4 वर्षों के लिए आर्म्ड सर्विसेज़ में सेवा का मौका मिलेगा।
ये भर्ती सेना के तय नियमानुसार ही होगी।
एनुअल पैकेज
अग्निवीरों के लिए सरकार ने एक सेवानिधी की घोषणा की है जिसके पहले साल युवाओं को 30 हजार रुपये मासिक पे पर रखा जाएगा।
EPF/PPF की सुविधा के साथ अग्निवीर पहले साल 4.76 लाख रुपये पाएंगे।
चौथे साल तक वेतन 40 हजार रुपये (सालाना 6.92 लाख रुपये) हो जाएंगे।
पैकेज के साथ भत्ते भी
पैकेज के साथ भत्ते भी मिलेंगे।
रिस्क एंड हार्डशिप, राशन, ड्रेस और ट्रैवल एलाउंस शामिल होंगे।
सेवा के दौरान डिसेबल होने पर नॉन-सर्विस पीरियड का फुल पे और इंट्रेस्ट भी मिलेगा।
सेवा निधि को आयकर से छूट दी जाएगी।
अग्निवीर ग्रेच्युटी और पेंशन संबंधी लाभों के हकदार नहीं होंगे।
48 लाख रुपये का गैर-अंशदायी जीवन बीमा कवर प्रदान किया जाएगा।
4 साल बाद क्या करेंगे
सेना 25 फीसदी अग्निवीरों ने रिटेन भी करेगी जो निपुण और सक्षम हों।
हालांकि, उस समय सेना में भर्तियां निकलीं होंगी तभी उन्हें लिया जाएगा।
4 साल बाद वॉलेंटियर कर सकेंगे
इस प्रोजेक्ट की वजह से सेना को करोड़ों रुपये की बचत भी हो सकती है।
इन जवानों को चार साल बाद अन्य सरकारी क्षेत्रों में लाभ मिलेगा।
ट्रेनिंग के बाद सर्टिफिकेट मिलेगा
अग्निवीरों को विभिन्न सैन्य कौशल और अनुभव, अनुशासन, शारीरिक फिटनेस, नेतृत्व गुण, साहस और देशप्रेम की ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी।
चार साल के इस कार्यकाल के बाद, अग्निवीरों को नागरिक समाज में शामिल किया जाएगा जहां वे राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में योगदान दे सकते हैं।
प्रत्येक अग्निवीर द्वारा प्राप्त कौशल को उसके यूनीक बायोडाटा का हिस्सा बनने के लिए एक प्रमाण पत्र दिया जाएगा।