भारत के ‘भीष्म’ से थर्राया पाकिस्तान, अमेरिका ने भी उतारी फौज

<p>
Counter Terror Drill: पाकिस्तानी सीमा के नजदीक थार के रेगिस्तान (Thar Desert) में शनिवार को सेना के दो अपाचे हेलिकॉप्टरों (Apache Helicopter) की गूंज सुनाई दी। राजस्थान की महाजन फील्ड फायरिंग रेंज (Mahajan Field Firing Range Rajasthan) में भारत और अमेरिकी सेनाओं के संयुक्त अभ्यास के दौरान सैनिकों ने दो के बैच में चार एमआई-17 परिवहन हेलिकॉप्टर से उड़ान भरी।</p>
<p>
इसके कुछ मिनट बाद ही मल्टी-मिशन हेलीकॉप्टर चिनूक एक बख्तरबंद परिवहन वाहन के साथ दिखाई देता है, जो इसे निर्दिष्ट स्थान पर छोड़कर वापस चला जाता है। इस दौरान कुछ समय पहले तक हवा में मंडरा रहा अपाचे भी रुक जाता है और सैनिक जमीन पर उतरते हैं और अब वे कार्रवाई के लिए तैयार हैं। यह सारी प्रक्रिया संयुक्त अभ्यास का हिस्सा रही।</p>
<p>
<b>लद्दाख में तैनात टैंक को भी शामिल किया गया </b></p>
<p>
इस ड्रिल के दौरान, महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में अफगानिस्तान और इराक जैसी नकली आतंकवादी परिस्थितियां (मॉक टेरर सिचुएशन) बनाई गई और भारतीय व अमेरिकी सेनाओं की संयुक्त टीम द्वारा जवाबी कार्रवाई की गई। चीन के साथ सीमा विवाद के बाद लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तैनात टैंक और विमान भी इस ड्रिल का हिस्सा हैं।</p>
<p>
<strong>आतंकवाद निरोधक अभ्यास </strong></p>
<p>
राजस्थान की सूरतगढ़ स्थित ब्रिगेड का जम्मू एवं कश्मीर राइफल्स के सप्त शक्ति कमान की 11वीं बटालियन द्वारा प्रतिनिधित्व किया गया। संयुक्त युद्धाभ्यास के दौरान सैनिकों ने आतंकवाद निरोधक अभ्यास भी किया और विपरीत परिस्थियों में किस प्रकार से कार्रवाई करनी है, इसके लिए विभिन्न गतिविधियों में हिस्सा लिया।</p>
<p>
इस ड्रिल के दौरान संयुक्त टीम एक निर्मित क्षेत्र (बिल्ड-अप एरिया) की ओर बढ़ती है, जो कि एक ऐसा गांव हैं, जहां आतंकवादी छिपे हुए थे। इस परिस्थिति से निपटने के लिए अभ्यास के तौर पर इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल बीएमपी और टी-90 भीष्म टैंक, स्ट्राइकर बख्तरबंद वाहन और सैनिकों के साथ लंबी दूरी और कम दूरी की तोपों के साथ सैनिकों ने एक समन्वित तरीके से अपनी मारक क्षमता का उपयोग किया।</p>
<p>
इसके बाद आतंकवादियों का पता लगाने के लिए खोज की गई। मॉक काउंटर आतंकी ऑपरेशन के दौरान, आर्मी एविएशन द्वारा फायर सपोर्ट दिया गया था। चार स्वदेशी रूप से उन्नत लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) रुद्र ने मिसाइलों से लक्ष्य को मारा। आतंकवादियों के ठिकानों को नष्ट करने के साथ ड्रिल का समापन हुआ।</p>
<p>
<strong>अमेरिका ने भी उतारी फौज </strong></p>
<p>
यह भारत और अमेरिकी सेना के बीच एक द्विपक्षीय युद्ध अभ्यास है और फिलहाल इसका 16वां संस्करण जारी है। यह आठ फरवरी को शुरू हुआ था, जिसका समापन 21 फरवरी को होगा। डोगरा के सैन्य कमांडर जनरल जोरावर सिंह के नाम पर ड्रिल का नाम जोरावर रखा गया, जिन्हें 'लद्दाख का विजेता' के रूप में जाना जाता है।</p>
<p>
ड्रिल का फोकस काउंटर टेरर ऑपरेशंस पर है। इसके अलावा दोनों देशों के सैनिक हथियारों, युद्धक्षेत्र आघात प्रबंधन, आकस्मिक निकासी, सामरिक स्तर की पूछताछ, खुफिया संग्रह, ट्रैकिंग और विभिन्न उन्नत तकनीक के साथ अपना अनुभव साझा कर रहे हैं। अमेरिकी सेना के कुल 240 सैनिक अभ्यास का हिस्सा हैं।</p>

आईएन ब्यूरो

Recent Posts

खून से सना है चंद किमी लंबे गाजा पट्टी का इतिहास, जानिए 41 किमी लंबे ‘खूनी’ पथ का अतीत!

ऑटोमन साम्राज्य से लेकर इजरायल तक खून से सना है सिर्फ 41 किमी लंबे गजा…

7 months ago

Israel हमास की लड़ाई से Apple और Google जैसी कंपनियों की अटकी सांसे! भारत शिफ्ट हो सकती हैं ये कंपरनियां।

मौजूदा दौर में Israelको टेक्नोलॉजी का गढ़ माना जाता है, इस देश में 500 से…

7 months ago

हमास को कहाँ से मिले Israel किलर हथियार? हुआ खुलासा! जंग तेज

हमास और इजरायल के बीच जारी युद्ध और तेज हो गया है और इजरायली सेना…

7 months ago

Israel-हमास युद्ध में साथ आए दो दुश्‍मन, सऊदी प्रिंस ने ईरानी राष्‍ट्रपति से 45 मिनट तक की फोन पर बात

इजरायल (Israel) और फिलिस्‍तीन के आतंकी संगठन हमास, भू-राजनीति को बदलने वाला घटनाक्रम साबित हो…

7 months ago

इजरायल में भारत की इन 10 कंपनियों का बड़ा कारोबार, हमास के साथ युद्ध से व्यापार पर बुरा असर

Israel और हमास के बीच चल रही लड़ाई के कारण हिन्दुस्तान की कई कंपनियों का…

7 months ago