पाकिस्तान कितना भी कोशिश कर ले अशांती फैलान की लेकिन भारतीय सेना उसकी हर मंसुबे को नाकाम कर देगी। घाटी यानी जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान की ओर से आए आतंकी लगातार किसी बड़े हमले को अंजाम देने के फिराक में हैं लेकिन, सेना के साथ स्थानिय पुलिस मिलकर किसी भी बड़े हमले को होने से रोकने में कामयाब हो रही है। अब एक बार फिर से TRF यानी की लश्कर-ए तैयबा के दो आतंकियों के साथ श्रीनकर जकुरा इलाके में सुरक्षाबलों संग चली मुठभेड़ में दो आथंकी मारे गए हैं और मुठभेड़ अब भी जारी है।
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मारे गए आतंकवादियों में से एक की पहचान इखलाक हाजम के रूप में हुई है। वह अनंतनाग के हसनपोरा में हाल में हुई हेड कांस्टेबल अली मुहम्मद गनी की हत्या में शामिल था। इन दोनों आतंकियों के पास से 2 पिस्तौल सहित आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई। इसकी जानकारी आईजीपी कश्मीर ने दी है।
बता दे कि, जम्मू-कश्मीर पुलिस के 53 वर्षीय हेड कांस्टेबल को पिछले हफ्ते अनंतनाग के हसनपोरा बिजभेरा इलाके में उनके आवास के पास शाम 5.35 बजे के आसपास आतंकवादियों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी। उन्हें अनंतनाग के सरकारी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया जहां उन्हें डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इस घटना को लेकर भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने कहा कि, बिजबेहरा में पुलिसकर्मी की हत्या की कड़ी निंदा करता हूं। इसकी बर्बर, निंदनीय और निंदनीय कार्रवाई, हत्यारों को तुरंत दंडित करने के लिए पुलिस के अधिकारियों से आग्रह करती है।
नागरिकों पर लक्षित हमलों के बाद सुरक्षाबलों द्वारा घाटी में आतंकवाद विरोधी अभियान तेज कर दिया है। सेना लगातार आतंकियों को खोज कर मौत के घाट उतार रही है। सर्च ऑपरेशन के जरिए भारतीय सेना ने पिछले साल कई आतंकियों को मार गिराया। इसके चलते घाटी में पहले के मुकाबले पिछले कुछ सालों से शांती बनी हुई है। वहीं, 30 जनवरी को सुरक्षाबलों ने बडगाम और पुलवामा जिले में हुई मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के 5 आतंकियों को मार गिराया था। मारे गए आतंकियों में जैश कमांडर जाहिद वानी और एक पाकिस्तानी आतंकी भी शामिल था।