पाकिस्तान एक ओर कश्मीर के लोगों के हित के बारे में बात करता है तो दूसरी ओर इन्हीं कश्मिरियों के खून से होली खेल रहा है। कश्मीरी जनता को पिछले काफी सालों तक पाकिस्तान के आतंकी आका गुमराह करते रहे। लेकिन, अब घाटी के युवाओं में बदलाव आने लगी है। उन्होंने अब अपने हाथों में बंदूकों के बजाय कलम और किताबें थाम ली है। इधर केंद्र सरकार ने भी सेना को खुली छुट दे रखी है कि घाटी से हर हाल में आतंक का सफाया करने के लिए कहा है। ऐसे में सेना पिछले काफी समय से सफाई अभियान के तहत आतंकियों को बिल में से निकाल कर जहन्नुम पहुंचा रही है। अब सेना ने सिर्फ 18 घंटों में 7 आतंकियों को जहन्नुम भेज दिया है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया है कि सेना के साथ पुलिस ने कुपवाड़ा और कुलगाम जिलों में चल रहे दो आतंकवाद विरोधी अभियानों में अब तक दो पाकिस्तानी आतंकवादियों सहित चार आतंकवादियों को मार गिराया है। पुलिस ने बताया कि पुलिस और सेना संयुक्त रूप से ऑपरेशन में लगे हैं। दरअसल, कुलगाम और कुपवाड़ा में पुलिस ने सेना के साथ एक संयुक्त आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू किया। इस दौरान बीते 18 घंटों में 3 मुठभेड़ हुई हैं, जिनमें 7 आतंकी मारे गए हैं। कुल मिलाकर बीते 20 दिनों में 23 आतंकी ढेर हुए हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई ने जम्मू कश्मीर पुलिस के हवाले से बताया है कि कुपवाड़ा मुठभेड़ में चार आतंकी ढेर हुए हैं। वहीं बाकी जगहों पर भी दहशतगर्दों की धरपकड़ जारी है।
रविवार को हुई मुठभेड़ में जवानों ने चार आतंकियों को मार गिराया था। दो दहशतगर्द कुपवाड़ा और दो कुलगाम में मारे गए। जम्मू-कश्मीर पुलि ने कहा कि, एनकाउंटर में मारा गया एक दहशतगर्द लश्कर-ए-तैयबा का मेंबर है। वह पाकिस्तान का रहने वाला था। पुलिस महानिरीक्षक (कश्मीर) विजय कुमार के मुताबिक, मारे गए आतंकवादियों में एक की पहचान पाकिस्तानी नागरिक के रूप में हुई है, जो प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ था। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार किए गए आतंकवादी के साथ-साथ दो-तीन और आतंकवादी इस मौजूदा मुठभेड़ में फंसे हुए हैं। अभी मुठभेड़ चल रही है।