झारखंड के देवघर में त्रिकुट बहाड़ पर रविवार को अचानक रोप-वे का सैप टूटने से बड़ा हादसा हो गया। इसमें कई लोग घायल हो गए हैं। राष्ट्रीय आपका प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीम बचाव कार्य कर रही है। घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है और कई लोग अभी भी लापता हैं। NDRF के साथ ही वायुसेना ने भी मोर्चा संभाल लिया है। सोमवार सुबह बाद हेलिकॉप्टर से दोबारा बचाव कार्य शुरू करिया गया। 20 घंटे के बाद 12 श्रद्धालुओं का रेस्क्यू किया गया। अब भी 36 लोग हवा में लटकी ट्रॉली में फंसे हुए हैं। तारों के जाल के कारण NDRF और सेना के कमांडो को रेस्क्यू करने में दिक्कत आ रही है।
रात में ऊंचाई और अंधेरे की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा नहीं हो पाया था। एनडीआरएफ की मदद में सेना ने भी कमान संभाल लिया है। मौके पर पहुंचे गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने गृह मंत्री अमित शाह को पूरे हालात की जानकारी दी। उसके बाद सेना के हेलीकॉप्टर की मदद से फंसे हुए लोगों को निकालने की कवायद जारी है। स्थानीय लोग भी रेस्क्यू ऑपरेशन में सहयोग दे रहे हैं। देवगढ़ के डीसी मंजूनाथ भजंत्री, एसपी सुभाष चंद्र जाट, तथा एसडीओ दिनेश कुमार यादव समेत पूरा प्रशासनिक अमला त्रिकूट में कैंप कर रहा है। सांसद निशिकांत दुबे भी लगातार त्रिकूट पर्वत में ही बने हुए हैं। सुबह से ट्रॉली की केबिन और पहाड़ पर फंसे हुए लोगों को खाना पानी पहुंचाने की कवायद शुरू हो गई है। जो लोग ऊपर से नीचे लाए जा रहे हैं उन्हें स्थानीय लोग राहत मुहैया करा रहे हैं और एंबुलेंस से उन्हें नजदीकी अस्पताल में भेजा जा रहा है।
जो लोग अब भी फंसे हुए हैं उनमें भागलपुर देवघर और मालदा जिले के अधिकांश लोग हैं। कुछ लोगों की पहचान की गई है जिनमें अमित कुमार, जया कुमारी कर्तव्य राम, खुशबू कुमारी भागलपुर के धीरज, कौशल्या देवी, तनु कुमारी, डिंपल, अतुल शर्मा, सुधीर दत्ता, सौरभ दास, छठी लाल साह, विनय दास, नमन कुमार हैं। जानकारी के अनुसार बिहार से भी एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची है और आईटीबीपी की टीम को भी लगाया गया है। देवघर एयरपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक दो हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। फंसे हुए लोगों को खाना पैकेट और पानी के बोतल पहुंचाए जा रहे हैं। इसमें दो महिलाओं की मौत हो गई है और कई सैलानी घायल हो गए हैं।