सातवें दौर की वार्ता के दौरान भारत ने चीन को एकबार फिर दो टूक सुनाया है। भारत ने कहा है कि चीनी सेना को अप्रैल वाली स्थिति पर लौटना होगा। वास्तविक नियंत्रण के भारतीय क्षेत्र में स्थित चुशुल में लगभग 12 घंटे चली वार्ता के दौरान दोनों पक्षों ने पूर्वी लद्दाख में संघर्ष के बिंदुओं से सैनिकों को वापस बुलाने के तरीकों पर चर्चा की। भारत और चीन की सेनाएं पूर्वी लद्दाख में सीमा पर पांच महीने से अधिक समय से गतिरोध की स्थिति में हैं।
बैठक के घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, भारत अपने रुख पर अडिग रहा कि चीन को अपने कब्जे वाले क्षेत्रों को खाली करना होगा और मई 2020 में गतिरोध शुरू होने से पहले अप्रैल 2020 तक यथास्थिति बहाल करनी होगी। बयान में कहा गया, 'दोनों पक्ष सैन्य और राजनयिक चैनलों के माध्यम से संवाद और संचार बनाए रखने के लिए सहमत हुए, और जल्द से जल्द विघटन के लिए एक पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान पर पहुंचे।'.
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