पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जनकपुरी पश्चिम-बोटोनिकल गार्डेन के बीच दिल्ली मेट्रो की मजेंटा लाइन पर देश के पहली ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेन परिचालन सेवा का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड सेवा भी शुरू की। दिल्ली मेट्रो की मजेंटा लाइन पर सेवा की शुरुआत के बाद पिंक लाइन पर भी 2021 के मध्य तक ड्राइवरलेस ट्रेन की सुविधा शुरू होगी।
नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड से दिल्ली एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर देश के किसी भी भाग से जारी किए गए रुपे डेबिट कार्ड का इस्तेमाल यात्रा के लिए किया जा सकेगा। यह सुविधा दिल्ली मेट्रो के समूचे नेटवर्क पर 2022 तक उपलब्ध कराई जाएगी। पीएम नरेंद्र मोदी ने इस दौरान संबोधन में कहा, मुझे आज से लगभग 3 साल पहले मजेंटा लाइन के उद्घाटन का सौभाग्य मिला था। आज फिर इसी रुट पर देश की पहली ऑटोमेटेड मेट्रो का उद्घाटन करने का अवसर मिला। ये दिखाता है कि भारत कितनी तेजी से स्मार्ट सिस्टम की तरफ आगे बढ़ रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज नेशनल कॉमन मॉबिलिटी कार्ड से भी मेट्रो जुड़ रही है। पिछले साल अहमदाबाद से इसकी शुरुआत हुई थी। आज इसका विस्तार दिल्ली मेट्रो की एयर पोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर हो रहा है।
<h3>पीएम मोदी ने कही ये खास बातें-</h3>
<ul>
<li>आज का ये आयोजन अर्बन डेवलपमेंट को फ्यूचर रेडी कर रहा है।</li>
<li>भविष्य की जरूरतों के लिए खुद को और देश को तैयार करना हमारी प्राथमिकता है।</li>
<li>पहले भविष्य की जरूरतों को लेकर काम नहीं होता था। अधूरे मन से काम होता था। हमारे शहरों को भविष्य की चुनौतियों से लड़ने के लिए तैयार नहीं किया गया। इससे हमारे कई इलाके बड़े पीछे रह गए।</li>
<li>शहरीकरण को चुनौती न मानकर एक अवसर के रूप में इसे मानें।</li>
<li>2025 तक हम इसे 25 से ज्यादा शहरों में इसे विस्तार देने वाले हैं।</li>
<li>2014 में 17 लाख लोग प्रतिदिन यात्रा करते थे अब हर दिन 85 लाख लोग सफर करते हैं। ये इज ऑफ डूइंग बिजनेस के प्रमाण हैं। ये मिडिल क्लास की आकांक्षा पूरी होने के परिणाम हैं।</li>
<li>आखिर कैसे इतना तेज काम हुआ क्योंकि हमने शहरीकरण को चुनौती नहीं अवसर के रूप में देखा था।</li>
<li>हमारी सरकार ने मेट्रो के संबंध में पॉलिसी भी बनाई और इसे चौतरफा  रणनीति के रूप में लागू भी किया।
हमने मेक इन इंडिया, आधुनिक टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल पर जोर दिया।</li>
<li>वाटर मेट्रो भी आउट ऑफ द बॉक्स सोच का परिणाम है।</li>
<li>इस तरह की अलग-अलग तरह की मेट्रो से अलग-अलग क्षेत्रों में आखिरी इंसान तक मेट्रो पहुंच सकेगी।</li>
<li>मेट्रो प्रदूषण कम करने का भी बहुत बड़ा जरिया है।</li>
<li>मेक इन इंडिया से लागत कम होती है, देश के लोगों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार मिलता है।</li>
<li>भारत में बनने से 12 करोड़ से 8 करोड़ हुई कोच की लागत।</li>
<li>दर्जनों कंपनियां मेट्रो के कंपोनेंट के निर्माण में जुटी हुई हैं।</li>
<li>आधुनिकीकरण के लिए एक ही तरह के मानक उपलब्ध कराना बहुत जरूरी है और कॉम मोबिलिटी कार्ड इसके लिए एक बड़ा कदम है। इस एक कार्ड से आप पूरे देश में कहीं भी किसी भी यातायात के साधन से सफर कर सकेंगे।</li>
<li>मेट्रो में सफर करने वाले कार्ड की उपयोगिता अच्छे से जानते हैं और आज के समय में यात्रा करने के लिए समय नहीं गंवाया जा सकता इसलिए यह कार्ड उपयोगी है।</li>
</ul>.
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