प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उठाया बड़ा कदम, देश में नहीं होगी ऑक्सीजन की वजह से एक भी मौत, नाइट्रोजन प्‍लांट में बनेगी ऑक्‍सीजन

<div id="cke_pastebin">
<p>
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से जूझ रहे भारत की स्वास्थ्य सुविधाओं को पटरी पर लाने के लिए केंद्र सरकार लगातार कुछ न कुछ नए प्रयोग और कोशिशें कर रही है। कोविड-19 महामारी से निपटने प्रधानमंत्री लगातार उद्योगपतियों, संस्थाओं और विशेषज्ञों से बातचीत कर रहे हैं। रविवार को भी प्रधानमंत्री मोदी ने सीनियर अधिकारियों के साथ एक मीटिंग की। इसमें ऐसे 37 नाइट्रोजन प्लांट को चिह्नित किया, जहां 10000 ऑक्सीजनयुक्त बेड वाले अस्थायी अस्पताल बनाए दा सकेंगे। ये वो प्लांट हैं, जो शुद्धाता की ऑक्सीजन (Oxygen) उत्पादित करते हैं।</p>
<p>
<a href="https://hindi.indianarrative.com/india-news/prashant-kishor-double-digit-challenge-west-bengal-election-result-2021-mamata-banerjee-tmc-26806.html">यह भी पढ़े- दिसंबर में की थी भविष्यवाणी- बंगाल में दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर पाएगी भाजपा, ममता की जीत के बाद PK ने लिया संन्यास</a></p>
<p>
देश में ऑक्‍सीजन की कमी से कुछ अस्‍पतालों में मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है। इस बीच केंद्र सरकार अब देश के अधिकांश नाइट्रोजन प्‍लांट (Nitrogen Plant) को ऑक्‍सीजन प्‍लांट (Oxygen Plant) में बदलकर उससे ऑक्‍सीजन उत्‍पादन करने की योजना पर काम कर रही है। प्रधानमंत्री ने आपूर्ति और उपलब्धता को बढ़ाने के लिए चिकित्सा उद्देश्यों के संबंध में गैसीय ऑक्सीजन के उपयोग की भी समीक्षा की। सरकार गैसीय ऑक्सीजन का उत्पादन करने वाली औद्योगिक इकाइयों की पहचान करेगी। आसपास ऑक्सीजन बिस्तरों की सुविधा के साथ अस्थायी कोविड-19 देखभाल केंद्र स्थापित करेगी।</p>
<p>
<a href="https://hindi.indianarrative.com/india-news/w–bengal-election-result-2021-live-update-mamata-banerjee-will-take-action-26804.html">यह भी पढ़े- पश्चिम बंगाल में अब होगा खेला</a></p>
<p>
पीएम कार्यालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार देश में मेडिकल ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए सरकार मौजूदा नाइट्रोजन प्लांट को ऑक्सीजन प्लांट में बदलने की तैयारी कर रही है। अब तक ऐसे 14 उद्योगों की पहचान की गई है जहां ऑक्सीजन उत्पादन के लिए प्लांट को बदलने की प्रक्रिया चल रही है। भविष्य में 37 नाइट्रोजन प्लांट की पहचान की जाएगी।</p>
<p>
<a href="https://hindi.indianarrative.com/india-news/bengal-election-2021-story-begal-election-result-know-why-bjp-trailing-behind-100-26801.html">यह भी पढ़े- बंगाल में क्यों नहीं दिखा मोदी-शाह का कमाल? जानें वो 5 वजहें जहां मात खा गई बीजेपी</a></p>
<p>
पीएमओ के अनुसार नाइट्रोजन प्लांट में लगने वाले कार्बन मॉलिकुलर सीव को हटाकर जियोलाइट मॉलिकुलर सीव लगाया जाएगा। जेडएमएस ऑक्सीजन प्लांट में इस्तेमाल होता है। इसके साथ ही नाइट्रोजन प्लांट में ऑक्सीजन एनालाइजर, कंट्रोल पैनल सिस्टम और फ्लो वॉल्व जैसी कुछ चीजें भी बदलने की जरूरत होगी। इसके बाद नाइट्रोजन प्लांट ऑक्सीजन उत्पादन करने लगेंगे।</p>
</div>

आईएन ब्यूरो

Recent Posts

खून से सना है चंद किमी लंबे गाजा पट्टी का इतिहास, जानिए 41 किमी लंबे ‘खूनी’ पथ का अतीत!

ऑटोमन साम्राज्य से लेकर इजरायल तक खून से सना है सिर्फ 41 किमी लंबे गजा…

1 year ago

Israel हमास की लड़ाई से Apple और Google जैसी कंपनियों की अटकी सांसे! भारत शिफ्ट हो सकती हैं ये कंपरनियां।

मौजूदा दौर में Israelको टेक्नोलॉजी का गढ़ माना जाता है, इस देश में 500 से…

1 year ago

हमास को कहाँ से मिले Israel किलर हथियार? हुआ खुलासा! जंग तेज

हमास और इजरायल के बीच जारी युद्ध और तेज हो गया है और इजरायली सेना…

1 year ago

Israel-हमास युद्ध में साथ आए दो दुश्‍मन, सऊदी प्रिंस ने ईरानी राष्‍ट्रपति से 45 मिनट तक की फोन पर बात

इजरायल (Israel) और फिलिस्‍तीन के आतंकी संगठन हमास, भू-राजनीति को बदलने वाला घटनाक्रम साबित हो…

1 year ago

इजरायल में भारत की इन 10 कंपनियों का बड़ा कारोबार, हमास के साथ युद्ध से व्यापार पर बुरा असर

Israel और हमास के बीच चल रही लड़ाई के कारण हिन्दुस्तान की कई कंपनियों का…

1 year ago