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#Rakesh Tikait आंसू बहाकर लाईम लाइट में आए राकेश टिकैत को किसानों ने बे-आबरू कर किसान यूनियन से निकाला

राकेश टिकैत, बीकेयू से निष्कासित!

किसान आंदोलन का वो दिन तो आपको याद ही होगा जब  दिल्ली बॉर्डर किसानों के डेरे तम्बू हट चुके थे। एक ओर का ट्रैफिक चालू कर दिया गया था। राकेश टिकैत पर पुलिस प्रशासन का ऐसा दबाव बना कि उन्होंने धरना प्रदर्शन उठाने का ऐलान कर दिया था, लेेकिन उसी वक्त ऐसी घटना हुई कि राकेश टिकैत फूट-फूट कर रोने लगे। राकेश टिकैत आंसुओं से रोए थे, वो आंसू मगरमच्छी थे या असली ये तो वो किसान ही जानते होंगे जिनके नाम पर वो हाईवे रोक कर बैठे थे।

बड़े बेआबरू कर निकाला गया राकेश टिकैत को

बहरहाल राकेश टिकैत की आंसू बहाते इमेज जैसे ही टीवी पर दिखाई गई वैसे ही उनके पक्ष में सहानुभूति की नई लहर पैदा हो गई। राकेश टिकैत ने धरना उठाने का ऐलान रद्द कर दिया।  सिंधु बॉर्डर से किसान आंदोलन का केंद्र बदल कर गाजीपुर बॉर्डर बन गया। डेरे तम्बू फिर से लग गए। नेशनल ही नहीं इंटरनेशनल सपोर्ट राकेश टिकैत को मिलने लगा। एक्स पोर्न स्टार मिया खलीफा ने भी आंदोलनकारियों के समर्थन का ऐलान कर दिया। मतलब यह कि राकेश टिकैत के आंसुओं ने किसानों के नाम पर चल रहे आंदोलन को ऐसी संजीवनी दी कि गुरुनानक जी के प्रकाश पर्व पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कृषि कानून वापस लेने की घोषणा टीवी पर देश के नाम संबोधन में करनी पड़ी। 

वही राकेश टिकैत जो आंसू बहाकर देश-दुनिया की मीडिया के स्टार बन चुके थे उन्हीं राकेश टिकैत को किसानों ने बड़े बेआबरू कर बीकेयू से बाहर कर दिया। राकेश टिकैत के लिए सबसे शर्मनानक बात यह है कि उनके निष्कासन का ऐलान बीकेयू के संस्थापक महेंद्र सिंह टिकैत की पुण्यतिथि पर आयोजित समारोह के दौरान किया गया।  

नरेश टिकैत को भी राष्ट्रीय पद से उखाड़ फेंका

इतना ही नहीं किसानों ने राकेश टिकैत के बड़े  भाई नरेश टिकैत को भी बीकेयू के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है।  भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक ने रविववार को राजेश सिंह चौहान को अपना नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना है। वहीं हरिनाम सिंह वर्मा को नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। रविवार को लखनऊ में आयोजित भाकियू के संस्थापक स्व.चौ.महेंद्र सिंह टिकैत की पुण्यतिथि के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में राकेश टिकैत की जमकर आलोचना की गई। इसके बाद संठगन ने अलग गुट बनाने का फैसला किया था। उनकी कथित राजनीतिक गतिविधियों को लेकर किसानों में जबरदस्त नाराजगी भी देखने को मिली है। राकेश टिकैत के समर्थकों और विरोधियों में टकराव टालने के लिए आयोजन स्थल पर भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया है।

महेंद्र सिंह टिकैत की बनाई पार्टी में खलल पैदा

बाबा महेंद्र सिंह टिकैत द्वारा बनाई गई भाकियू पार्टी में अब दरार आ गयी है। दो दिनों से लखनऊ में कार्यकर्ताओं को समझाने का टिकैत का प्रयास विफल रहे। जानकारी के अनुसार कुछ किसान नेता टिकैत से नाराज चल रहे थे। संगठन की यूपी इकाई के नेतृत्व की नाराजगी की खबर मिलते ही राकेश टिकैत शुक्रवार की रात को ही लखनऊ पहुंच गए थे।  चिनहट विकास खण्ड के नौबस्ता कलां गांव में हरिनाम सिंह वर्मा के आवास पर ही वह ठहरे और देर रात तक उनकी असंतुष्ट गुट से समझौता वार्ता होती रही। मगर इस वार्ता का कोई समाधान नहीं निकल सका।