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RRS प्रमुख मोहन भागवत ने दी चेतावनी, ‘देश में हिंदुओं को बांटने का चल रहा है काम, मुस्लिम जनसंख्या वृद्धि से असंतुलन का डर’

देश में हिंदुओं को बांटने का चल रहा है काम, मुस्लिम जनसंख्या वृद्धि से असंतुलन की चिंता

आरएसएस के मुखिया मोहन भागवत ने दशहरे के मौके पर नागपुर के मुख्यालय से देश को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने देश से जुड़े कई मुद्दों पर बात की। मोहन भागवत ने कहा कि आज भी देश में हिंदुओं को बांटने के प्रयास चल रहे हैं और ऐसे लोगों ने गठबंधन भी बना लिया है। उन्होंने कहा कि हिंदू समाज को कटा-बंटा रखने के लिए बहुत प्रयास चल रहे हैं। इसलिए भारत और उससे जुड़ी चीजों की निंदा करने के प्रयास चल रहे हैं। इतने प्राचीन जीवन से दुनिया देख रही है कि कैसे यह पतन से और टूटने से बचाता है। लेकिन इस पर भारत में ही हमला करने की कोशिशें होती हैं। भारत में इस भय से ये हमले चल रहे हैं कि यदि ये मजबूत हुआ तो हम नहीं चल पाएंगे। ऐसे लोगों ने गठबंधन बना लिया है।

चीन-पाकिस्तान पर साधा निशाना

इस मौके पर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर में संबोधन दिया। इस दौरान उन्होंने आतंकवाद, पाकिस्तान और चीन पर निशाना साधा, जम्मू-कश्मीर में फिर से टारगेट किलिंग शुरू होने पर चिंता जताई और जनसंख्या नीति पर नसीहत दी। साथ ही इस बात पर जोर दिया कि हिंदुओं को संगठित होने की जरूरत है। जम्मू-कश्मीर में आंतकी हमलों को लेकर उन्होंने कहा कि मैं जम्मू-कश्मीर होकर आया। वहां 370 हटने के सामान्य जनता को अच्छे लाभ मिल रहे हैं। भारत से किसी भी भारतीय का रिश्ता लेन-देन का नहीं है। हम भारत माता के पुत्र हैं। हम भारत के अंदर हैं, लेकिन घाटी में हिन्दुओं की टारगेट किलिंग की जा रही है।

जनसंख्या दर में अंतर, बढ़ी मुस्लिम आबादी

संघ प्रमुख ने कहा कि वर्ष 1951 से 2011 के बीच जनसंख्या वृद्धि दर में भारी अंतर के कारण देश की जनसंख्या में जहां भारत में उत्पन्न मत पंथों के अनुयायियों का अनुपात 88% से घटकर 83.8% रह गया है। वहीं मुस्लिम जनसंख्या का अनुपात 9.8% से बढ़कर 14.24% हो गया है। जनसंख्या के असंतुलन पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि जनसंख्या नीति होनी चाहिए। हमें लगता है कि इस बारे में एक बार फिर विचार करना चाहिए। अभी भारत युवाओं का देश है। 30 साल के बाद ये सब बूढ़े बनेंगे, तब इन्हें खिलाने के लिए भी हाथ लगेंगे। और उसके लिए काम करने वाले कितने लगेंगे, इन दोनों बातों पर विचार करना होगा। अगर हम इतना बढ़ेंगे तो पर्यावरण कितना झेल पाएगा। 50 साल आगे तक विचार करके रणनीति बनानी चाहिए। जैसे जनसंख्या एक समस्या बन सकती है, वैसे ही जनसंख्या का असंतुलन भी समस्या बनती है।

ओटीटी प्लेटफॉर्म पर हो नियंत्रण

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि, 'ओटीटी प्लेटफॉर्म पर जो दिखाया जाता है, उस पर कोई नियंत्रण नहीं है। कोरोना के बाद बच्चों के पास भी फोन हैं। नशीले पदार्थों का प्रयोग बढ़ रहा है।।।इसे कैसे रोकें? ऐसे कारोबारों के पैसे का इस्तेमाल राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में किया जाता है। इन सब पर नियंत्रण होना चाहिए।