Categories: कृषि

कृषि प्रौद्योगिकी नवाचारों के प्रसारण के लिये इफको और प्रसार भारती बीच समझौता

विश्व की सबसे बड़ी उर्वरक सहकारी संस्था 'भारतीय कृषक उर्वरक सहकारी लिमिटेड' (इफको) और प्रसार भारती ने नई कृषि प्रौद्योगिकी एवं नवाचारों को प्रसारित और प्रोत्साहित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। नई दिल्ली के पृथ्वी भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में इस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।

समझौते के अनुसार किसानों के लाभ के लिए डीडी किसान 30 मिनट की कार्यक्रम श्रृंखला के जरिए कृषि क्षेत्र में अपनाई जा रही विभिन्न नवीन तकनीकों के बारे में आसान भाषा में जानकारी प्रसारित करेगा।

किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए यह आवश्यक है कि इन नई कृषि तकनीकों और उनके कार्यान्वयन के बारे में उन्हें समझाया जाये। यह समझौता ज्ञापन इस उद्देश्य को पूरा करने में मदद करेगा। इफको के नवाचारों को लगभग 25 एपिसोड में डीडी किसान के माध्यम से आसान भाषा में किसानों के साथ साझा किया जायेगा।

इफको के प्रबंध निदेशक डॉ. यू. एस. अवस्थी ने कहा कि इफको ने यूरिया का विकल्प तैयार किया है, जोकि नैनो तकनीक पर आधारित है और इससे किसानों को मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि जिन नवाचारों से किसानों को काफी फायदा हो सकता है, उन्हें अब डीडी किसान पर प्रसारित किया जायेगा। यह पहल 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य को प्राप्त करने में भी मदद करेगी।

भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के. विजय राघवन ने इस पहल को किसानों की बेहतरी की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बताया।

इफको के पास किसानों के लिए नवीन तकनीक है और दूरदर्शन के पास पूरे देश में विशाल नेटवर्क है। दूरदर्शन का विशाल नेटवर्क किसानों को आसान भाषा में कृषि नवाचारों की व्याख्या करने में मदद करेगा, जो उनके लिए बेहद मददगार साबित होगा।

प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर वेम्पति ने इस पहल को गर्व का विषय बताया। उन्होंने कहा कि इस समाचार माध्यम के जरिए किसानों के साथ आसान भाषा में जानकारियां साझा की जायेंगी। इन कार्यक्रमों को डिजिटल माध्यम से भी प्रसारित किया जाएगा ताकि युवा किसान इस पहल से लाभान्वित हो सकें।

दूरदर्शन के महानिदेशक मयंक अग्रवाल ने कहा कि इस समझौते से वैज्ञानिकों द्वारा प्रयोगशाला में किए गए नवाचारों और खेतों में किसानों द्वारा आजमाए गए प्रयोगों को बढ़ावा मिलेगा जिससे युवा किसानों को मदद मिलेगी।.

डॉ. शफी अयूब खान

Recent Posts

खून से सना है चंद किमी लंबे गाजा पट्टी का इतिहास, जानिए 41 किमी लंबे ‘खूनी’ पथ का अतीत!

ऑटोमन साम्राज्य से लेकर इजरायल तक खून से सना है सिर्फ 41 किमी लंबे गजा…

7 months ago

Israel हमास की लड़ाई से Apple और Google जैसी कंपनियों की अटकी सांसे! भारत शिफ्ट हो सकती हैं ये कंपरनियां।

मौजूदा दौर में Israelको टेक्नोलॉजी का गढ़ माना जाता है, इस देश में 500 से…

7 months ago

हमास को कहाँ से मिले Israel किलर हथियार? हुआ खुलासा! जंग तेज

हमास और इजरायल के बीच जारी युद्ध और तेज हो गया है और इजरायली सेना…

7 months ago

Israel-हमास युद्ध में साथ आए दो दुश्‍मन, सऊदी प्रिंस ने ईरानी राष्‍ट्रपति से 45 मिनट तक की फोन पर बात

इजरायल (Israel) और फिलिस्‍तीन के आतंकी संगठन हमास, भू-राजनीति को बदलने वाला घटनाक्रम साबित हो…

7 months ago

इजरायल में भारत की इन 10 कंपनियों का बड़ा कारोबार, हमास के साथ युद्ध से व्यापार पर बुरा असर

Israel और हमास के बीच चल रही लड़ाई के कारण हिन्दुस्तान की कई कंपनियों का…

7 months ago