Non-Veg lipstick: इन दिनों सावन का महीना चल रहा है, कई लोग इस महीने में नॉन वेज नहीं कहते हैं। अगर आप इन्हीं लोगों में से एक हैं तो ये खबर आपके लिए है। जी हां, हो सकता है कि नॉन वेज खाना बंद करने के बाद भी आप मांसहार का सेवन कर रहे हो। महिलाओं के लिए इस बात के चान्सेस सबसे ज्यादा होते हैं, अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा कैसा हो सकता है। दरअसल, ऐसे कई लिपस्टिक हैं, जो कीड़ों से बनाए जाते हैं। जी हां, आपका लिपस्टिक नॉन वेज हो सकता है। इस बात को मजाक में लेने की जरूरत नहीं। खासकर लाल रंग के लिपस्टिक के नॉन वेज होने के चान्सेस सबसे ज्यादा होते हैं। लाल रंग की लिपस्टिक एक ऐसे कीड़े से बनाई जाती है जिसके अंदर से चटक लाल रंग निकलता है। जब इसे आप अपने होंठों पर लगाते हैं, तो कीड़ों की स्किन वाली ये कलर आपके होंठ पर लग जाती है और ये बात तो हर महिला मानती है कि होंठों पर लगे आधे लिपस्टिक को वो चाट जाती है। ऐसे में हो गया ना आपका सावन भंग।
इन कीड़ों से तैयार होती है लिपस्टिक
लाल रंग की लिपस्टिक का शेड कारमाइन कहलाता है। ये रंग लाल रंग के कीड़ों की स्किन को सुखकार बनाया जाता है। ये कीड़े अमेरिका में पाए जाते हैं। पहले के समय में इन कीड़ों से वाटर कलर बनाया जाता था, लेकिन अब इससे लिपस्टिक और आईशैडो बनाए जाते हैं।ऐसे में अगर आपकी लिपस्टिक पर कारमाइन लिखा है, तो समझ जाइये कि ये नॉन वेज है।
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होंठों को रखती है सॉफ्ट
ज्यादातर लोग ऐसे ही लिपस्टिक का प्रयोग करते हैं, इन कीड़ों वाली लिपस्टिक का रंग नेचुरल होता है। इससे होंठ सॉफ्ट रहते हैं. लेकिन अगर आप नॉन वेजेटेरियन हैं, तो इस लिपस्टिक का इस्तेमाल ना ही करें। ये नॉन वेज की केटेगरी में आ जाएगा। अगली बार अपनी लिपस्टिक खरीदने से पहले उसके बॉक्स पर कारमाइन जरूर सर्च करें।