7 मार्च, मंगलवार को फाल्गुन मास की पूर्णिमा है। इस दिन होलिका दहन किया जाता है। अगले दिन चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा को होली खेली जाएगी, लेकिन होलिका दहन के दिन भद्रा काल रहेगा। ऐसे में होलिका दहन का शुभ मुहूर्त जरूर जान लें।
होलिका दहन का शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि 6 मार्च, सोमवार की शाम 4.17 बजे शुरू होगी और 7 मार्च, मंगलवार की शाम 6.09 बजे समाप्त होगी। दोनों ही दिन प्रदोष काल पूर्णिमा तिथि में होने से लोगों में असमंजस की स्थिति है कि होलिका दहन 6 मार्च को होगा या 7 मार्च को. लेकिन इस साल होलिका दहन की तिथि पर सुबह के समय भद्रा रहने के कारण होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 7 मार्च की शाम 6.24 बजे से रात 8. 51 बजे तक रहेगा. यानी कि करीब सवा घंटे का समय होलिका दहन के लिए रहेगा।
खत्म होंगे होलाष्टक
वहीं होलिका दहन के साथ ही होलाष्टक भी खत्म हो जाएंगे। होलाष्टक 8 दिन के होते हैं जो कि होली से पहले लगते हैं. होलाष्टक के दौरान नवग्रह उग्र रहते हैं इसलिए इस दौरान कोई भी शुभ और मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं। इस बार 27 फरवरी से होलाष्टक शुरू हुए थे, जो 7 मार्च को होलिका दहन के दिन समाप्त होंगे और इसके बाद एक बार फिर से शुभ कार्य किए जा सकेंगे।
ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है कि इस दिन अगर आप चांदी से् जुड़ी 3 चीजें खरीदकर घर ले आते हैं तो परिवार में सुख-समृद्धि का आगमन शुरू हो जाता है, साथ ही उसे कई तरह के रोगों से छुटकारा मिल जाता है।
चांदी की बिछिया- ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है कि होलिका दहन वाले दिन सुहागिन महिलाओं को चांदी की बिछिया खरीदनी चाहिए. ऐसा करना शुभ माना जाता है। होलिका दहन वाले दिन इसे खरीदकर घर लाने के बाद पहले दूध से स्नान करवाना चाहिए। इसके बाद मां लक्ष्मी का ध्यान करके उसे पैरों में पहन लेना चाहिए. ऐसा करने से जीवन भर मां लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है।
चांदी का छल्ला- होलिका दहन वाले दिन चांदी का एक छल्ला खरीदकर लाना भी शुभ फल देता है। उसे धारण करने से पहले उसकी विधिवत पूजा करें। इसके बाद उसे अपनी उंगली में पहन लें। कहा जाता है कि इस विधि से पहना जाने वाला छल्ला परिवार में खुशहाली लाता है और सबकी सेहत अच्छी रहती है। इस चांदी के छल्ले से इंसान का भाग्य खुल जाता है।
चांदी का सिक्का– धार्मिक विद्वानों का कहना है कि अगर परिवार में आर्थिक तंगी चल रही है तो होलिका दहन वाले दिन चांदी का एक सिक्का और छोटी डिब्बी खरीद लें। इसके बाद उसे किसी पीले कपड़े में बांधकर मां लक्ष्मी की प्रतिमा के पास रख दें। मान्यता है कि ऐसा करने से उस घर में कभी धनदौलत की कोई कमी नहीं रहती और परिवार में खुशहाली बढ़ती है।