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Rahul Gandhi डे ड्रीमर! दाढ़ी बढ़ी मगर बुद्धि नहीं, किस बयान पर मचा हंगामा, देखें

लंदन में राहुल गांधी के बयानों और कारनामों पर क्या कहा जाए?

लंदन से आ रहे Rahul Gandhi के वक्तव्यों को देख कर लग रहा है कि वो अपनी छवि सुधारने के लिए नहीं बल्कि एक बार फिर देश का अपमान करने के अभियान पर निकले हुए हैं। लंदन में बैठ कर राहुल गांधी आरोप लगा रहे हैं कि भारत में लोकतंत्र पर हमले हो रहे हैं। नरेंद्र मोदी की सरकार में विपक्ष की आवाज दबाई जा रही है। राहुल ये बयान भी आ रहे हैं कि पीएम मोदी संवैधानिक संस्थाओं की स्वतंत्रता पर अंकुश लगा रहे हैं।

स्वयंभू कांग्रेसी साम्राज्य के स्वंयभू क्राउन प्रिंस

कांग्रेस पार्टी को स्वंयभू साम्राज्य की तरह चलाने वाले और खुद को क्राउन प्रिंस समझने वाले राहुल गांधी आप से सवाल है कि अगर भारत में लोकतंत्र खतरे में है और अभिव्यक्ति की आजादी पर ताला लगा दिया है तो आप कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में झूठ की खेती और भारत विरोधी साजिशों वाले बयान कैसे दे रहे हो। राहुल गांझी अगर भारत में लोकतंत्र खत्म हो चुका है, और वो जिस इमरजैंसी की आप बात कर रहे हैं, अगर वैसी ही परिस्थितियां पैदा हो चुकी हैं तो क्या आप दिल्ली हवाई अड्डे पर सुरक्षित उतर कर सरकारी जेड प्लस सुरक्षा के बीच अपने सरकारी आवास में लौट सकते हो? किसी देश में राजनीतिक शरण लेने जा रहे हो क्या? अगर नहीं तो मिथ्या विष वमन बंद करो।

कांग्रेस को चीनी समझौते की रॉयल्टी मिलती है क्या?

राहुल गांधी क्या आपकी मति को लकवा मार गया है? आप उस निरंकुश और अत्याचारी,लोकतंत्र की हत्यारी चीन की सरकार की तारीफ करते हो जो नॉन कम्युनिस्टों पर दमन चक्र चला रही है।  राहुल गांधी क्या यह बताने की हिम्मत जुटाओगे कि चीन की कम्युनिस्ट सरकार के साथ कांग्रेस का कोई गुप्त समझौता हुआ है? क्या आपको और आपके चमचों को चीन के साथ हुए समझौते की रॉयलटी मिल रही है? इसलिए तुम भारत के खिलाफ और चीन की तारीफ कर रहे हो।

चीन-शंघाई में घुस नहीं सकते गांव-गरीब के लोग

राहुल गांधी क्या तुम्हें मालूम नहीं है कि गरीबी की रेखा से नीचे रहने वाले चीनी नागरिकों को बीजिंग-शंघाई जैसे शहरों घुसने नहीं दिया जाता है। गरीबी की रेखा से नीचे रहने वाले और भुखमरी के दौर से गुजर रहे चीनी नागरिकों को रात के अंधेरे में भी शंघाई और बीजिंग जैसे शहरों की सीमा लांघने पर गिरफ्तार कर लिया जाता है। उन्हें सलाखों के भीतर डाल दिया जाता है। चीनी जेलों में बंद जिंदा कैदियों के शरीर से अंग निकाल कर विदेशों में बेच दिया जाता है। उस चीन की तुम तारीफ करते हो राहुल गांधी!

उइगरों की नस्लकुशी कर रहा है चीन

राहुल गांधी, एक जगह तुमने यह भी कहा कि भारत की मौजूदा सरकार न्यायपालिका पर दबाव डाल रही है! जरा, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डॉक्टर डीवाई चंद्रचूड़ का एबीए में दिया भाषण सुन लेना तुम्हारे कानों से धुएं निकल जाएंगे। राहुल गांधी, क्या आपको नहीं मालूम कि चीन में बौध भिक्षुओं और उइगर मुसलमानों की नस्लकुशी कर रहा है। क्या भारत की मोदी सरकार में ऐसा हो रहा है?

भारत तेेरे टुकड़े होंगे के नारे लगाने वालों से सहानुभूति

राहुल गांधी आप ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’ जैसे नारे लगाने वालों के साथ खड़े होते हो। राहुल गांधी आप देशद्रोह जैसा अपराध करने वालों के साथ सहानुभूति रखते हो, राहुल गांधी आप और आपकी मां सोनिया गांधी बाटला हाउस के आतंकियों के लिए आज भी आंसू बहाते हो।

भारतीय सेना अध्यक्ष को गुण्डा किसने कहा था

राहुल गांधी, आप आज भी भारतीय सेना का भी अपमान करते हो। कभी सेना अध्यक्ष को ‘गुण्डा’ कहते हो तो कभी एयर स्ट्राइक के सबूत मांगते हो।

लक्वा मार जाए उस जुबान को जो कहे चीन भारतीय सेना को पीट रहा था

राहुल गांधी आपकी जुबान को उस वक्त लकवा नहीं मार गया जब आपने कहा कि चीनी सेना, भारतीय सैनिकों को पीट रही है। राहुल गांधी आपको शर्म नहीं आई यह कहते हुए कि भारत में महंगाई चरम पर है। राहुल गांधी यूक्रेन-रूस युद्ध के चलते पूरी दुनिया त्राहि-त्राहि कर रही है। महंगाई भारत में भी लेकिन नियंत्रित है। अमेरिका-फ्रांस-जर्मनी-ब्रिटेन और इनका दुश्मन (मगर भारत का दोस्त) रूस भी भारत की आर्थिक-विदेश नीति का गुणगान कर रहे हैं। यूनाइडेट नेशन,  दुनिया के विकास लिए भारत के योगदान की बाट जो रहा है।

ननिहाल देश की पीएम का सम्बोधन तो सुना होता

राहुल गांधी, तु्म्हारी ननिहाल यानी इटली की प्रधानमंत्री ज्योर्जिया मेलोनी का संबोधन तो तुमने सुना ही होगा। अगर न सुना हो तो इंटरनेट पर सुन लेना। कुछ अक्ल आ जाएगी।

370 खत्म न होती तो बर्फ के गोले नहीं शायद हथगोलों से स्वागत होता

राहुल गांधी, क्या कहा तुमने… कि कश्मीर में बेखौफ तिरंगा फहराया…! यह सच कैसे आ गया तुम्हारी जुबान पर? जब तक तुम्हारे पिछलग्गुओं की सरकारें थीं तो लाल चौक पर कर्फ्यू लगा रहता था। कुछ अलगाववादी उस फितरती पाकिस्तान का झण्डा तो लगाते थे लेकिन तिंरगा फहराने की हिम्मत केवल सिक्योरिटी फोर्स के जवान ही कर पाते थे।

राहुल गांधी, तुम्हें याद नहीं रहा या भूल गए कि जम्मू-कश्मीर फिर से स्वर्ग बन रहा है। उसी स्वर्ग में जाकर खुली वादियों में स्कैटिंग का लुत्फ उठाया है तु्मने। तुम्हारे ट्वीटर तस्बारें भी देखीं। भूलो मत, तुम्हारे दागी दोस्तों की सरकार रही होती तो बुलेट प्रूफ कार से बाहर नहीं निकल पाते। कश्मीर में फिर से 370 की बहाली की बातें करते हो न तुम! यह 370 हटाने का नतीजा है राहुल गांधी, कि कश्मीर के लोग खुशहाल नजर आ रहे हैं और तुम आजादी से सफेद वादियों में बर्फ के गोले बनाकर एक दूसरे पर फेंकने का मजा ले रहे हो।

2014 में मोदी सरकार न आई होती और 5 अगस्त 2019 को 370 खत्म न किया होता तो बर्फ के गोले की जगह कोई हथगोला तुम्हारा स्वागत करता?

भारतीय पासपोर्ट का सम्मान कीजिए स्वंयभू राजकुमार

व्यक्तिगत ईर्ष्या की अग्नि में जल रहे निरीह (कदाचित मंदबुद्धि) प्राणी राहुल गांधी! आपको एक भारतीय का सुझाव है, आपके पास अभी भारतीय पासपोर्ट है, उसका सम्मान कीजिए। अभिमान कीजिए कि अब आप उस भारत के नागरिक हैं  जिस की सरकार के ऐलान से अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी खुशी से उछल पड़ते हैं। इन देशों की सरकारें ऐलान करती हैं कि भारत की वजह से उनके देशों में 10 साल में बेरोजगारी खत्म हो जाएगी। सोचो, जिस भारत का बेरोजगारी, बेकारी और गरीबी के लिए मजाक बनाया जाता था आज उसी भारत की ओर दुनिया की महाशक्तियां रोजगार और विकास के लिए आशा भरी निगाह से देख रही हैं।

निंदक ही नहीं निंदनीय भी हो, दाढ़ी बढ़ा लेने से बुद्धि नहीं बढ़ती

…और, राहुल गांधी तुम्हें चीन अच्छा दिखाई दे रहा है। कुछ लोग कहते हैं ‘निंदक नियरे राखिए’राहुल आप निंदक नहीं निंदनीय हो। आप नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की बढ़ती लोकप्रियता से जलभुन रहे हो। चश्मा, बदलो राहुल गांधी। दाढ़ी बढ़ा लेने से बुद्धि नहीं बढ़ जाती है।

नरेंद्र मोदी के विरोध के लिए भारत से दगाबाजी और दुश्मनी, आह!!! क्या कहूँ… निर्लज्ज, दुर्बुद्धि, मीर जाफर, अम्भि!!! (डिसक्लेमरः इन शब्दों का उपरोक्त लेख या राहुल गांधी से कोई संबंध नहीं है)