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अंतरिक्ष में दिखा रहस्यमयी ग्रह, आकार में जूपिटर के जैसा। हैरान हो रहे हैं अंतरिक्ष वैज्ञानिक!

अंतरिक्ष में दिखा Jupiter जैसा रहस्यमयी ग्रह

दुनिया के सबसे शक्तिशाली टेलीस्कोप ने एक अनोखी ऑब्जेक्ट ढूंढ निकाली है, जो कि Jupiter के आकार की है, इस आकार के ग्रह को देखतर दुनियाभर के वैज्ञानिक हैरान हैं। ब्रह्माण्ड के कई हिस्सों की तस्वीरें कभी अपनी खूबसूरती के लिए जानी जाती है, तो कुछ अपने अंदर बहुत से रहस्य समेटे हुए हैं, तो कुछ बहुत सारी कीमती जानकारी बताने वाली साबित होती हैं।

BBC की एक रिपोर्ट के अनुसार, मानव जाति द्वारा विकसित सबसे शक्तिशाली टेलीस्कोप जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने जूपिटर के आकार के ‘ग्रहों’ को स्पेस में देखा है। हैरानी की बात तो यह है कि, ये स्वतंत्र रूप से अंतरिक्ष (space)में तैर रहे हैं और किसी तारे से नहीं जुड़े हैं। साइंटिस्ट्स ने इन ऑब्जेक्ट्स को Jupiter मास बाइनरी ऑब्जेक्ट या ‘JuMBOs’ उपनाम दिया गया है।

इनमें से करीब 40 जोड़े की पहचान JWST द्वारा ओरियन नेबुला के एक सर्वे के दौरान की गई थी। विशेष रूप से ये ऑब्जेक्ट तारे बनने के लिए बहुत छोटी हैं, लेकिन किसी ग्रह की पारंपरिक परिभाषा को भी कड़ी टक्कर देती हैं, क्योंकि वे मूल तारे के चारों ओर कक्षा में नहीं हैं। फिलहाल, इन रहस्यमयी ऑब्जेक्ट्स ने खगोलविदों को अचरज में डाल दिया है, उन्हें समझ नहीं आ रहा कि ये कैसे बन रहा है और किसी तारा मंडल से जुड़ा भी नहीं है कैसे। वैज्ञानिक समझना चाहते हैं कि आखिर ये क्‍या चीज हैं?

यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (European Space Agency-ESA) टीम ने इन विशाल ऑब्‍जेक्‍ट्स के बनने को लेकर 2 संभावित तर्क दिए हैं। पहला यह है कि ये वस्तुएं निहारिका के उन क्षेत्रों से डेवलप हुईं हैं, जहां मौजूद मटीरियल एक तारे के निर्माण के लिए नाकाफी था। दूसरी संभावना यह है कि, ये ऑब्‍जेक्‍ट बने तो तारों के चारों ओर थे, लेकिन तारों की गुरुत्‍वाकर्षण ने उन्‍हें खुद से दूर कर दिया।

यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के वरिष्ठ विज्ञान सलाहकार ने बीबीसी न्यूज़ को बताया, कि, ‘यह सिद्धांतकारों के लिए एक है। इस समय इजेक्शन परिकल्पना सबसे पसंदीदा है, गैस भौतिकी सुझाव देती है कि आपको बृहस्पति के द्रव्यमान वाली वस्तुएं अपने आप बनाने में सक्षम नहीं होना चाहिए और हम जानते हैं कि एकल ग्रहों को तारा प्रणालियों से बाहर निकाला जा सकता है, लेकिन आप इन चीज़ों के जोड़े को एक साथ कैसे बाहर निकालेंगे? फिलहाल, हमारे पास कोई जवाब नहीं है।’

वेब टेलीस्कोप (जिसे 2021 में लॉन्च किया गया था और 2022 में डेटा एकत्र करना शुरू किया गया था) ने ब्रह्मांड की आश्चर्यजनक तस्वीरें लेते हुए प्रारंभिक ब्रह्मांड की समझ को नया आकार दिया है। परिचालन में आने के बाद से वेब ने सबसे पहले ज्ञात आकाशगंगाओं और ब्लैक होल के अस्तित्व का खुलासा किया है और अभूतपूर्व डेटा का खुलासा किया है। वेब हबल टेलीस्कोप से लगभग 100 गुना अधिक शक्तिशाली है।

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