विज्ञान

NASA की बत्ती गुल,टूटा स्पेस स्टेशन से संपर्क! दो कट्टर दुश्मन की स्पेस एजेंसियों ने मिलकर किया काम।

NASA के कमांड सेंटर की बत्ती गुल हो जाने से उसकी स्पेस स्टेशन से संपर्क टूट गया। हालांकि ऐसे मौके पर दो कट्टर दुश्मन देशों की स्पेस एजेंसियों ने मिलकर काम किया। रूस और अमेरिका की स्पेस एजेंसियों ने मामले में मिलकर काम किया ।

अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA और अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन के बीच कुछ देर के लिए बत्ती गुल हो जाने के कारण संपर्क टूट गया। लेकिन रूस और अमेरिका की स्पेस एजेंसियों ने इस मौके पर मिलकर काम किया। पहली बार नासा को अपने बैकअप कंट्रोल सिस्टम का इस्तेमाल करना पड़ा।

मंगलवार को ह्यूस्टन में NASA की बिल्डिंग में बिजली गुल होने से मिशन कंट्रोल और अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन के बीच संचार बाधित हो गया। अंतरिक्ष एजेंसी को पहली बार बैकअप कंट्रोल सिस्टम का इस्तेमाल करना पड़ा। बत्ती गुल होने का मतलब था कि मिशन कंट्रोल ने कक्षा के बाहर मौजूद स्पेस स्टेशन के साथ कमांड, टेलीमेट्री और आवाज संचार को खो दिया है। ह्यूस्टन के जॉनसन स्पेस सेंटर की इमारत में अपग्रेड का काम चल रहा था, जिसके कारण बत्ती गुल हो गई थी।

हालांकि 20 मिनट के अंदर स्पेस स्टेशन में मौजूद अंतरिक्ष यात्रियों को रूसी संचार प्रणालियों के माध्यम से सूचित किया गया। स्पेस स्टेशन प्रोग्राम के प्रबंधक जोएस मोंटालबानो ने कहा कि न तो अंतरिक्ष यात्री और न ही स्टेशन कभी किसी खतरे में थे और 90 मिनट के भीतर सामान्य संचार बहाल करने के लिए बैकअप नियंत्रण प्रणाली ने काम संभाल लिया गया। स्पेस स्टेशन में यह समस्या नहीं हुई है, बल्कि यह पूरी तरह से एक जमीनी समस्या थी। साथ ही उन्होंने कहा कि चालक दल और वाहन खतरे में नहीं था।

ऐसा पहली बार हुआ जब टूटा संपर्क

जोएस मोंटालबानो ने कहा कि हमें पता था कि यह काम चल रहा है और इसकी तैयारी के लिए हमारे पास बैकअप कमांड और नियंत्रण प्रणाली है। बैकअप प्लान को हमने मौसम की इमरजेंसी के दौरान सेंटर को बंद करने के लिए बनाया है। मोंटालबानो का कहना है कि यह पहली बार हुआ है कि नासा को अपना कंट्रोल फिर से स्थापित करने के लिए इन बैकअप सिस्टम का इस्तेमाल करना पड़ा हो।

नासा के पास है बैकअप सेंटर

ह्यूस्टन से मीलों दूर नासा के पास एक बैकअप सिस्टम है। किसी आपदा की स्थिति में अगर मेन सेंटर को बंद करना पड़े और संपर्क साधने में कोई समस्या न हो, इसके लिए इसे बनाया गया है। लेकिन मंगलवार को जो हुआ, उसमें फ्लाइट कंट्रोल नियंत्रण में था। इसके अलावा लाइटें और एयर कंडीशनिंग भी काम कर रही थी। लेकिन सबसे बड़ी बात की धरती पर भले ही अमेरिका और रूस के बीच हमेशा तनाव रहता हो, लेकिन दोनों की स्पेस एजेंसियां अभी भी साथ काम कर रही हैं।

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Brajendra Nath Jha

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