भारतीय स्टार खिलाड़ी सानिया मिर्जा और उनके क्रोएशियाई साथी मेट पाविक विंबलडन में अपने पहले मिश्रित युगल सेमीफाइनल में जगह कायम कर ली है। मिर्जा-पाविक की जोड़ी ने चौथी वरीयता के गैब्रिएला डाब्रोवस्की और जॉन पीयर्स को क्वार्टर फाइनल मैच में 3सेट की रोमांचक लड़ाई में सोमवार, जुलाई को क्वार्टर फाइनल मैच में हराया। सानिया मिर्जा, जिन्होंने पहले ही इस बात कर ऐलान कर दिया था कि साल 2022सीज़न उनके करियर का आखिरी दौरा होगा, और मेट पाविक सेमीफाइनल मैच में रॉबर्ट फराह / जेलेना ओस्टापेंको या नील स्कुप्सी/देसिरा क्रावज़िक की जोड़ी से भिड़ेंगे।
विंबलडन के सेमीफाइनल में सानिया और पेविक का मुकाबला दूसरे क्वार्टर फाइनल की विजेता जोड़ी से होगा।सानिया ने टूर्नामेंट के महिला डबल्स में भी हिस्सा लिया था, लेकिन वहां उन्हें पहले ही दौर में हार झेलनी पड़ी। सानिया और पाविक, जो कोर्ट 3 पर फैंस के पसंदीदा लग रहे थे, ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए डाब्रोवस्की और पीयर्स को एक घंटे 41 मिनट में 6-4, 3-6, 7-5 से हराया। सानिया और पाविक अपने रिटर्न्स के साथ मजबूत थे क्योंकि उन्होंने अंतिम सेट में दबाव को कम नहीं होने दिया।
इस तरह बड़े सेमीफाइनल की ओर कदम
सानिया और पेविक की जोड़ी को मिक्स्ड डबल्स के दूसरे दौर में वॉक ओवर मिला था। वहीं पहले दौर में इन्होंने स्पेन के डेविड वेगा हर्नांडेज और जॉर्जिया की नटेला जालामिद्जे को 6-4, 3-6, 7-6से हराया था। अब उन्होंने अपना क्वार्टर मैच भी शानदार अंदाज में जीत लिया है। क्वार्टर फाइनल में साइना का खेल टॉप क्लास नजर आया।क्रोएशियाई जोड़ीदार के साथ उनकी जुगलबंदी कमाल की रही। यही वजह है कि वो अपने करियर में पहली बार विंबलडन के मिक्स्ड डबल्स के सेमीफाइनल में पहुंची हैं।
गौरतलब है, सानिया मिर्जा का ये आखिरी विंबलडन है, जिसे यादगार तो वो पहली बार मिक्स्ड डबल्स के सेमीफाइनल में पहुंचकर बना चुकी है। लेकिन काम अभी अधूरा है। सानिया चाहेंगी कि ग्रास कोर्ट के इस सबसे बड़े मंच पर अपने सफर का अंत खिताबी जीत के साथ किया जाए, ताकि भारतीय टेनिस के लिए वो एक कमाल की मिसाल बन सके। सानिया मिर्जा मिक्स्ड डबल्स के सेमीफाइनल में तो पहली बार पहुंची हैं। लेकिन महिला डबल्स के के समीफाइनल तक का सफर विंबलडन में वो दो बार कर चुकी हैं।