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आफगानियों की जिंदगी नरक बना रहा तालिबान- शख्स को सरेआम मारकर लटकाया

अफगानिस्तान में शुरु हो गया तालिबानियों का खूनी खेल

अफगानिस्तान में तालिबानियों का का खूनी चेहरा अब धीरे-धीरे सामने आने लगा है, इसके साथ ही तालिबान के नाताओं ने भी रंग बदलने शुरू कर दिए हैं। पहले तालिबान का कहना था कि वह बदल चुका है लेकिन अब तालिबान अफगानिस्तान में वही कानून लागू करेगा जो उसने पिछली सरकार के दौरान किया था। तालिबान ने एक शख्स को सरेआम मारकर लटका दिया है जिसके वीडियो इस वक्त सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

तालिबान के सत्ता में आने के बाद अफगानिस्तान के हालात अब तेजी से बदल रहे हैं, तालिबान ने शरिया कानूनों के तहत लोगों का बर्बर सजा देना भी शुरू कर दिया है। ताजा मामला हेरात का है, जहां पर एक शख्स को तालिबान ने मारकर सार्वजनिक तौर पर लटका दिया है। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, इसके अफगानिस्तान के पत्रकार हिजबुल्लाह खान ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, तालिबान ने शहरों के अंदर सार्वजनिक तौर पर सजा-ए-मौत देना शुरू कर दिया है। ये हेरात का मामला है।

बताते चलें कि, तालिबान हाथ काटने जैसी बर्बर सजा को वापस लाएगा। तालिबान के संस्थापकों में से एक जनरल मुल्ला नुरुद्दीन तुराबी ने न्यूज एजेंसी एपी से बात करते हुए कहा है कि अफगानिस्तान में एक बार फिर फांसी और अंगों को काटने की सजा दी जाएगी, लेकिन यह संभव है कि ऐसी सजा सार्वजनिक स्थानों पर न दी जाए। इसके आगे तुराबी ने साफ तौर पर कहा कि, स्टेडियम में दंड देने को लेकर दुनिया ने हमारी आलोचना की है। हमने उनके नियमों और कानूनों के बारे में कुछ नहीं कहा है। ऐसे में कोई हमें यह नहीं बताए कि हमारे नियम क्या होने चाहिए। हम इस्लाम का पालन करेंगे और कुरान पर अपने कानून बनाएंगे।

तुराबी के बयानों से यह साफ नजर आ रहा है कि तालिबान वापस से वही पहले वाला ही नियम लाएगा। इसके साथ ही तुराबी ने इस बात पर भी जोर दिया है कि, अफगानिस्तान के कानूनों की नींव कुरान होगी और फिर से वही सजा बहाल होगी। सुरक्षा के दृष्टिकोण से हाथ काटना बेहद जरूरी है, सार्वजनिक तौर पर दंड देने को लेकर हम बातचीत कर रहे हैं और इसे लेकर हम जल्द ही नई नीति विकसित कर लेंगे।