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9/11 US Attack: जिसे याद कर आज भी सहम उठती ही दुनिया! अमेरिका को आशंका थी ऐसा हो सकता है?

9/11 US Attack

आज का दिन अमेरिका इतिहास का सबसे काला दिन है। 11 सितंबर 2001 के उस दिन को याद कर आज भी अमेरिका के लोग सहम उठते हैं। इस एक आतंकी हमले ने पूरे अमेरिका को हिला कर रख दिया था। उससे पहले यह लोगों की सोच से परे था कि अमेरिका पर इस तरह का कभी आतंकी हमला किया जा सकता है। इस हमले के बाद दुनिया का आतंक का एक नया और डरावना रुप देखने को मिला। 9/11 के हमले में 3000 लोग मारे गए। ये अब तक का अमेरिका पर सबसे बड़ा हमला था।

दुनिया की सबसे ऊंची इमारतों में शुमार न्यूयॉर्क का वर्ल्ड ट्रेड सेंटर देखते ही देखते पलभर में जलकर खाक हो गया। इस घटना को अंजाम देने वाला वो शख्स था अलकायदा का खूंखार आतंकी ओसामा बिन लादेन। हाइजैक किए गए दो विमानों के जरिए वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमला किया गया, जिससे उसके दो टावर- साउथ और नार्थ ढह गए। ऐसा कहा जाता है कि ग्राउंड जीरो तक आग को पूरी 19 दिसंबर, 2001 तक बुझाया नहीं जा सका था।

अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए ने तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन से कहा था, 'बिन लादेन अमेरिकी विमानों को हाइजैक करने और दूसरे हमले करने की तैयारी कर रहा है।' सीआईए ने अपनी दैनिक ब्रीफिंग में 4 दिसंबर, 1998 में राष्ट्रपति से कहा था लादेन यूसुफ और अन्य आतंकियों को रिहा कराने के लिए विमानों को हाइजैक करने की योजना बना रहा है।

20 साल पहले खतरनाक आतंकी संगठन अलकायदा के आतंकियों ने चार पैसेंजर एयरक्राफ्ट को हाईजैक किए थे और उनमें से दो विमानों को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और न्यूयॉर्क शहर के ट्विन टावर्स से टकरा दिया। इसमें न सिर्फ वहां काम करने वाले हजारों लोगों की मौत हो गई बल्कि विमान में सवार लोग भी बेमौत मारे गए। तीसरा विमान वाशिंगटन डीसी के बाहर पेंटागन और चौथा पेंसिलवेनिया के मैदान में जाकर गिरा। इस आतंकी हमले में मरने वालों में 77 देशों के लोग शामिल थे।