यूक्रेन की ये गलतफहमी तो दूर हो गई जो "वो जंग से पहले अमेरिका और नाटो के दम पर घमंड में था कि, अगर रूस ने हमला किया तो उसके खिलाफ सिर्फ यूक्रेन सैनिक नहीं बल्कि नाटो और अमेरिकी सैनिक भी लड़ेंगे। लेकिन, जब जंग की शुरुआत हुई तो अमेरिका-नाटो मैदाम में उतरने से ही मना कर दिए"। अमेरिका और नाटो लाख धमकियों और कोशिशों के बाद भी रूस को यूक्रेन पर हमला करने से नहीं रोक सके। अमेरिका चाहता है कि यह जंग रूके नहीं, तभी तो वह पुतिन को और भड़काने का काम कर रहा है। अमेरिका का सबसे बड़ा प्रतिद्वंदी रूस है ऐसे में वो इस जंग के बहाने पुतिन को पूरी तरह से तोड़ना चाहता है ताकि वो सुपर पावर बना रहे। यूक्रेन के प्रति अमेरिका का उदारता नहीं बल्कि छलावा है। अब अमेरिका ने पुतिन की दोनों बेटियों पर प्रतिबंध लगाकर रूस को और भड़काने की कोशिश की है।
अमेरिका कई रूसी नेता और अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाने के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बेटियों पर भी प्रतिबंध लगाने की मंजूरी दे दी है। यूएस ट्रेजरी ने पुतिन की बेटियों की पहचान कतेरीना तिखोनोवा और मारिया वोरोन्त्सोवा के रूप में की हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कतेरीना एक तकनीकी कार्यकारी अधिकारी हैं जिनका काम रूसी डिफेंस इंडस्ट्री को समर्थन करना है। मारिया सरकारी जेनेटिक्स रिसर्च प्रोग्राम का नेतृत्व करती हैं जिस पर व्लादिमीर पुतिन व्यक्तिगत रूप से नजर रखते हैं। क्रेमलिन की वेबसाइट के मुताबिक मारिया बड़ी बेटी हैं और उनका जन्म 1985में हुआ था और कतेरीना 1986में पैदा हुआ थीं।
पुतिन की बेटी कतेरीना और मारिया को प्रतिबंधित करना एक प्रतीकात्मक कदम हो सकता है क्योंकि यह साफ नहीं है कि उनके पास रूस से बाहर कितनी महत्वपूर्ण संपत्ति है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इसे पुतिन का ध्यान आकर्षित करने के लिए डिजाइन किया गया है।