Hindi News

indianarrative

America की बदकिस्मती! जिसके खिलाफ दो दशक लड़ा युद्ध, उसी की बनी कोल्ड ड्रिंक पीएगा अमेरिका।  

America की किस्मत! तालिबानी कोल्ड ड्रिंक पिएगा अमेरिका

हाय री अमेरिका (America)की किस्मत! जिस तालिबान के खिलाफ 20 साल तक लड़ा युद्ध उसी की बनी हुई कोल्ड ड्रिंक पिएगा अमेरिका। कहते हैं व्यापार में दोस्ती औऱ दुश्मनी हमेशा के लिए नहीं होता, व्यापार के लिए वर्षों पुरानी दुश्मनी दोस्ती में बदल जाता है। ये कर दिखाया है अमेरिका  और तालिबान ने,जिस तालिबान के खिलाफ अमेरिका 20 सालों तक युद्ध लड़ा आज उसी देश की बनी हुई कोल्ड ड्रिंक्स अमेरिका पिएगा।

तालिबान शासन वाले अफगानिस्तान ने पहली बार कोल्ड ड्रिंक की खेप का निर्यात किया है। यह सॉफ्ट ड्रिंक हेरात प्रांत की फैक्ट्री में बनाई गई है। खबरें बता रही हैं कि तालिबान ने यह ड्रिंक अमेरिका को बेची है जो एक समय पर उसका सबसे बड़ा दुश्मन था।

कोल्ड ड्रिंक की पहली खेप का निर्यात

तालिबान शासन वाले अफगानिस्तान ने पहली बार स्थानीय रूप से बनाए गई कोल्ड ड्रिंक की खेप का निर्यात किया है। खबरों की मानें तो यह ड्रिंक अमेरिका भेजी गई है। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने अपने आधिकारिक ट्विटर पर इसकी जानकारी दी है।

अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में उत्पादन

उन्होंने सोशल मीडिया पर खेप की तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, ‘अनार की सॉफ्ट ड्रिंक का उत्पादन युद्धग्रस्त देश के हेरात प्रांत की फैक्ट्री में किया गया है।’ तालिबान शासन की ओर से पहली निर्यात खेप के बारे में और कोई जानकारी सामने नहीं आई है।

निर्यात में पिछले साल की तुलना में काफी वृद्धि

मार्च में अफगानिस्तान के आर्थिक मामलों के विभाग ने कहा कि इस साल निर्यात 1.9 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया और पिछले साल की तुलना में 63 फीसदी की वृद्धि हुई।

टोलो न्यूज ने मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल सलाम जवाद के हवाले से कहा, ‘हमारा सबसे बड़ा आयात चीन और पाकिस्तान जैसे विभिन्न देशों से लिनन कपड़ा और सबसे बड़ा निर्यात कोयला, ड्राई फ्रूट और कालीन हैं।’ अगस्त 2021 में तालिबान शासन आने के बाद से अफगानिस्तान कई तरह के संकटों से जूझ रहा है।

तालिबान राज में 1000 की मौत

अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के मिशन की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार अगस्त 2021 में देश में तालिबान राज आने से लेकर इस साल मई तक कुल 3774 नागरिक हताहत हुए हैं, जिसमें 1095 लोग हिंसा में मारे गए हैं।

यह भी पढ़ें-हथियार के लिए भटक रहे Ukraine के इस हरकत से आखिर कौन सा देश है परेशान?