भारत (India) और अर्जेंटीना के रिश्ते दिन बा दिन और मज़बूत होते जा रहे हैं। भारत और अर्जेंटीना कई दशकों से यह दोस्ती निभा रहे है। भारत के साथ तेजस की डील करने वाले अर्जेंटीना ने रक्षा, खनन और लिथियम जैसे रणनीतिक क्षेत्रों में भी सहयोग को और तेज कर दिया है। अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज अगले हफ्ते भारत में आयोजित हो रहे 18वें, जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आ रहे हैं। उनका यह दौरा भारत (India) के साथ रक्षा संबंधों के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
लगातार हो रही हैं मीटिंग्स
लिथियम का सबसे महत्वपूर्ण उपयोग मोबाइल फोन, लैपटॉप, डिजिटल कैमरों और इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए रिचार्जेबल बैटरी में है। लिथियम का उपयोग कुछ गैर-रिचार्जेबल बैटरी में भी किया जाता है, जैसे कि हृदय पेसमेकर, खिलौने और घड़ियां। पिछले दिनों अर्जेंटीना में भारत के राजदूत दिनेश भाटिया ने कई अहम बैठकें की हैं। इन मीटिंग्स को काफी महत्वपूर्ण बताया जा रहा है। एक मुलाकात फर्नांडीज के साथ कासा रोसादा में हुई थी जोकि देश की सरकार का मुख्यालय और राष्ट्रपति का ऑफिस भी है।
24 अगस्त को, अर्जेंटीना को छह नए देशों की सूची में शामिल किया गया था जो वर्तमान में भारत, रूस, ब्राजील, चीन और दक्षिण अफ्रीका को शामिल करने वाले ब्रिक्स समूह में शामिल होंगे। जोहान्सबर्ग में हुए ब्रिक्स सम्मेलन के बाद फर्नांडीज ने कहा कि अर्जेंटीना के लिए एक ‘नया परिदृश्य’ खुल रहा है। इस संदर्भ में, अर्जेंटीना भारत को वैश्विक दक्षिण का एक नेता मानता है।
लिथियम पर टिकीं नजरें
अर्जेंटीना, भारत (India) को दक्षिण का एक ऐसा देश मानता है जिसने उभरती अर्थव्यवस्थाओं के एजेंडे पर काम करने के लिए असाधारण इच्छाशक्ति दिखाई है, खासकर वर्तमान जी20 के मुखिया के तौर पर। साथ ही, दोनों देश संबंधों को गहरा करने और चल रहे रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाने में जबरदस्त प्रगति कर रहे हैं। अर्जेंटीना के मुताबिक भारत इलेक्ट्रोमोबिलिटी में रुचि रखता है। यह जरूरी खनिजों, जैसे लिथियम और तांबा, के विकास के साथ ही साथ उत्पादन श्रृंखलाओं को भी आगे बढ़ाता है और इस क्षेत्र में आगे बढ़ता है।
राजदूत ने की मुलाकात
भारत (India) के राजदूत भाटिया ने अर्जेंटीना के रणनीतिक मामलों की सचिव, मर्सिडीज मार्को डेल पोंते से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने फर्नांडीज की भारत यात्रा से पहले रणनीतिक क्षेत्रों में चल रहे सहयोग पर कुछ महत्वपूर्ण चर्चा की। पिछले महीने भी अर्जेंटीना के आयोगन नेशनल डी एनर्जिया अटोमिका (सीएनईए) और कॉम्बुस्टिबलेस न्यूक्लियरेस अर्जेंटिनोस (कोनुआर) ने भारत के अधिकारियों के साथ कई मीटिंग की हैं। इन मीटिंग्स में न्यूक्लियर मेडिसिन, अंतरिक्ष धातु, रेडियोआइसोटोप और हैवी वॉटर और कई मसलों पर सहयोग पर चर्चा हुई।
अर्जेंटीना को चाहिए तेजस
अर्जेंटीना अपने हेलीकॉप्टर बेड़े को बदलने पर विचार कर रहा है। उसने उत्पादक सहयोग परियोजना के जरिए लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर (एलयूएच) और एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर (एएचएल) मॉडल को शामिल करने में अपनी रुचि व्यक्त की है। भारत का अत्याधुनिक आधुनिक चौथी पीढ़ी का तेजस लड़ाकू विमान भी ब्यूनस आयर्स के 12 फाइटर जेट्स के लिए दौड़ में है।
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