अमेरिका ने अभी हाल ही में अफगानिस्तान में अल-कायदा प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी को ड्रोन हमले में मार गिराया था। इस हमले के बाद तालिबान बुरी तरह भड़क गया था। हालांकि, अमेरिका पर नहीं बल्कि पाकिस्तान पर। क्योंकि, पाकिस्तान पर मुखबुरी और साथ ही उसी के एयरबेस से अमेरिका ने हमला किया है। हालांकि, पाक इसे नकार रहा है। लेकिन, तालिबान का कहना है कि ऐसा सबक सिखाएंगी कि उसकी आने वाली पुस्ते याद रखेंगी। इस बीच अमेरिका ने अफगानिस्तान में एक और स्ट्राइक कर दी है। यूएस ने गजनी प्रांत के अंदारो इलाके में ड्रोन से मिसाइलें दागी हैं। माना जा रहा है कि, ये हाई वैल्यू टारगेट मिसाइलें थीं। हालांकि, तालिबान का कहना है कि, मिसाइल हमले के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
पाकिस्तान की पत्रकार सुमैरा खान ने एक ट्वीट में लिखा कि अफगानिस्तान के गजनी प्रांत के अंदारो इलाके में कथित तौर पर ड्रोन से दागी गई मिसाइलें ने हाई प्रोफाइल लक्ष्य को निशाना बनाया। वहीं, तालिबान ने कहा कि लक्ष्य के बारे में कोई जानकारी नहीं है। एक अन्य पत्रकार मुश्ताक यूसुफजई ने तालिबान सूत्रों के हवाले से घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि अफगानिस्तान में तालिबान के सूत्रों ने कहा कि शनिवार शाम एक ड्रोन ने मिसाइल दागी और अफगानिस्तान के गजनी प्रांत के अंदारो इलाके में एक लक्ष्य को निशाना बनाया है। तालिबान ने कहा कि लक्ष्य के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
बता दें कि, जवाहिरी के मारे जाने के बाद राष्ट्रपति जो बाइडन ने दुनिया को संबोधित करते हुए बताया था कि, अमेरिका ने आतंकवादी संगठन अल कायदा के सरगना अयमान अल जवाहिरी को एक ड्रोन हमले में मार गिराया। साल 2011में ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद अल कायदा को यह अब तक का सबसे बड़ा झटका लगा है। अल-जवाहिरी दुनिया के सबसे वांछित आतंकवादियों में से एक था और 11सितंबर, 2001के हमलों के मास्टरमाइंड को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में अमेरिका द्वारा ड्रोन हमले में मार गिराया।
इसके साथ ही बाइडन ने कहा था कि, हमारे लोगों के लिए खतरा है तो अमेरिका आपको ढूंढेगा और बाहर निकालेगा, आप चाहे कहीं भी छिप जाएं, चाहे कितना भी समय लगे। ड्रोन हमले के समय जवाहिरी काबुल में अपनी बालकनी था। इस हमले में 12 अन्य लोगों के मारे जाने की भी खबर थी। जिसने तालिबान के टॉप अधिकारी भी शामिल थे।