सुन्नी इस्लामी अतिवादी संगठन तबलीगी जमात पर प्रतिबंध लगा दिया है। तबलीगी जनात पर प्रतिबंध दुनियाभर में इस्लाम के संरक्षक कहे जाने वाले सऊदी अरब ने लगाया है। सऊदी अरब ने कहा कि तबलीगी जमात और कुछ नहीं बल्कि आतंवाद में एंट्री करने का गेटवे है। सऊदी सरकार ने स्पष्ट आदेश जारी करते हुए कहा है कि अब से शुक्रवार की नमाज के दौरान लोगों को तब्लीगी जमात से मिलने की जरूरत नहीं है, उनके साथ किसी भी तरह संपर्क न रखें।
सरकार से मस्जिदों से इस संगठन के पथभ्रष्टता, विचलन और खतरे के बारे में बताने को कहा है। कहा गया कि यह आतंकवाद के द्वारों में से एक है। तबलीगी जमात की सबसे प्रमुख गलतियों को बताने को कहा गया है। मंत्रालय ने समाज को इस संगठन से होने वाले खतरे को लेकर बताने को कहा गया है। सऊदी सरकार ये भी मानती है कि अगर लोगों के बीच तब्लीगी जमात के गलत काम पहुंचाएं जाएंगे, उन्हें लगातार इसकी जानकारी दी जाएगी, ऐसी परिस्थिति में तब्लीगी की अहमियत समाज में कम हो जाएगी।
एक अनुमान के मुताबिक दुनिया भर में तबलीगी जमात के 35-40 करोड़ सदस्य हैं। इनका दावा है कि इनका फोकस एरिया धर्म है और ये राजनीतिक गतिविधियों से बचते हैं। यूनाइटेड स्टेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ पीस ने तबलीगी जमात को एक इस्लामी पुनरुत्थानवादी संगठन के रूप में बताया है। कहा है कि आतंकवाद संबंध में कई बार इस संगठन का नाम सामने आया है।
बता दें कि ये वहीं तब्लीगी जमात है जिसको लेकर पिछले साल भारत में काफी बवाल देखने को मिला था। कहा गया था देश में कोरोना की पहली लहर के दौरान तब्लीगी मात ने खतरे को ज्यादा बढ़ा दिया था। अब सऊदी अरब ने सीधे इस पर बैन लागा दिया है।