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जंग के बीच चीन के नए प्लान से US-NATO में मची खलबली, “साउथ चीन सागर” में तैनात किया इतने फाइटर जेट की एक बार में खत्म हो…

साउथ चाइना सी में चीन ने कर दिया है तीन द्वीपों का पूर्ण सैन्यीकरण

दुनिया में इस वक्त कई देशों के बीच जंग के हालात चल रहे हैं तो कई जगह पर जंग शुरू हो गई है। अफगानिस्तान में अभी जंग खत्म नहीं हुई थी कि अब रूस ने यूक्रेन पर हमला बोल दिया है। इधर चीन ताइवान पर हमला करने के लिए उतावला हो रहा है। जिसपर अमेरिका का कहना है कि अगर उसने ताइवान पर हमला किया तो अमेरिका उसकी रक्षा करेगा। इसके साथ ही चीन अपनी सैन्य ताकत तो तेजी से विस्तार कर रहा है। इसके लिए वो छोटे-छोटे देशों को अपनी कर्ज जाल में फंसा कर उनके बंदरगाह और हवाई अड्डों पर कब्जा कर अपना सैन्य अड्डा बना रहा है। इसके साथ ही साउथ चीन सागर में भी अपनी घुसपैठ मजबुत कर रहा है। अमेरिका के एक शीर्ष सैन्य कमांडर ने खुलासा किया है कि ड्रैगन ने विवाद दक्षिण चीन सागर में कम से कम तीन द्वीपों का पूर्ण सैन्यीकरण कर दिया है।

अमेरिकी शीर्ष सैन्य कमांडर ने यह भी कहा कि, इन तीनों द्वीपों पर चीन जहाज रोधी और विमान रोधी मिसाइल प्रणाली, लेजर और जैमिंग उपकरण, लड़ाकू विमानों की तैनाती की है। उन्होंने कहा कि चीन का यह आक्रामक रुख आसपास के सभी देशों को खतरा पैदा करता है। अमेरिका के हिंद प्रशांत नैसेना कमान के कमांडर एडमिरल जॉन सी एक्विलिनो ने कहा कि यह शत्रुतापूर्ण कदम चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के पूर्व में दिए गए आश्वासन के विपरीत है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, बीजिंग विवादित जलक्षेत्र में बनाए गए कृत्रिम द्वीपों को सैन्य ठिकाने में तब्दील नहीं करेगा। यह चीन की सैन्य ताकत दिखाने की कोशिश का हिस्सा है। एक्विलिनो ने एसोसिएटेड प्रेस को दिए साक्षात्कर में कहा कि, हमारा मानना है कि द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद से गत 20 साल में हमने चीन द्वारा सबसे विशाल सैन्य निर्माण देखा है। उन्होंने अपनी सभी क्षमताओं को बढ़ाया है और शस्त्रीकरण किया है, जो क्षेत्र को अस्थिर कर रही है।

कमांडर एडमिरल जॉन सी एक्विलिनो के बयान पर चीन की ओर कोई सफाई नहीं आई है। उन्होंने एपी से अपनी बयान में कहा कि, अमेरिकी नौसना के टोही विमान में की, जिसने दक्षिण चीन सागर के स्प्रैटली द्वीपों पर चीन द्वारा बनाई गई चौकी के पास उड़ान भरी। यह दुनिया का सबसे विवादित क्षेत्र है। पी-8ए पोसीडॉन विमान से गश्त के दौरान चीन की ओर से लगातार चेतावनी दी जा रही थी कि वे गैर कानूनी तरीके से चीन के क्षेत्र में दाखिल हुए हैं और विमान को तुरंत वहां से जाने को कहा जा रहा था। अमेरिकी पायलट ने चीनी संदेश के जवाब में कहा, मैं संप्रभुता से मुक्त अमेरिकी नौसेना का विमान हूं और किसी देश के तट के साथ लगे राष्ट्रीय वायु क्षेत्र से परे वैध तरीके से सैन्य गतिविधि कर रहां हूं।