WHO चीफ का बड़ा खुलासा Wuhan Lab से ही लीक हुआ Coronavirus! फंस गया चीन, अब कौन सी चलेगा चाल

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कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया में जमकर तबाही मचाई। पूरी दुनिया में करोड़ों लोग इससे संक्रमित हुए तो करोड़ों लोगों की जान भी चली गई। चारो ओर हाहाकार मचा रहा। पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गई। पहली बार इस वायरस से संक्रमण का पहला मामला वुहान से आया था। उस दौरान कहा गया कि, ये वायरस चमगाद़डों से फैला है। लेकिन, धीरे-धीरे ये बात सामने आने लगी कि इसे चीन ने जैविक हथियार के रूप में इस्तेमाल करने के लिए वुहान लैब में तैयार किया और यहीं से ये लीक हो जिसके बाद पूरी दुनिया में भारी तबाही मचाई। कई रिपोर्टों भी सामने आई जिसमें पुख्ता दावा किया गया कि, यह वायरल चीन के वुहान लैब से निकला है। साथ ही इससे जुड़े एक वैज्ञानिक ने जब आवाज उठाई तो चीन ने उनकी जान ले ली। हालांकि, चीन लगातार नकारता रहा कि कोरोना वायरस को उसने जन्म दिया है। अब WHO चीफ ने जो कही है उससे ड्रैगन की परेशानी बढ़ सकती है। क्योंकि, उन्होंने खुलासा कर दिया है कि, ये चीन के वुहान लैब से ही लीक हुआ था।</p>
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WHO के प्रमुख मानते हैं कि कोरोना वायरस चीन के वुहान शहर के लैब से एक हादसे के बाद लीक हो गया। डेली मेल की खबर के मुताबिक एक वरिष्ठ सरकारी सूत्र ने रविवार को बताया कि WHO प्रमुख टेड्रोस एडनॉम घेब्येयियस ने एक वरिष्ठ यूरोपीयाई नेता से कहा है कि वह मानते हैं कि हो सकता है कि वायरस वुहान की एक सीक्रेट लैब से लीक हो गया था। संभव है कि कोरोना की उत्पत्ति को लेकर वुहान लैब की थ्योरी ही सही हो। WHO ने पहले कहा था कि वायरस की उत्पत्ति को लेकर किसी भी थ्योरी को नकारा नहीं जा सकता। कोरोना वायरस वुहान शहर से फैला था और इसने वहां बड़ी तबाही मचाई थी। बता दें कि, इस वायरस से 1.8कररोड़ लोगों की मौत हो चुकी है।</p>
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पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप तो सीधे तौर पर इस वायरस के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराते रहे हैं। डॉक्टर ट्रेडोस ने कहा कि, इस वायरस की उत्पत्ति को समझना बेहद जरूरी है ताकि भविष्य में ऐसे किसी भी महामारी को रोका जा सके। हम इस वायरस की उत्पत्ति से जुड़े हर परिकल्पना पर ध्यान देंगे, लेकिन बिना किसी सबूत के कोई निर्णय नहीं लेंगे</p>
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बता दें कि, चीन लगातार जांच से कतराता रहता है। जब भी वुहान लैब में जांच के लिए कोई टीम गई है तो ड्रैगन ने उसे क्वारंटिन कर दिया या फिर असल लैब तक जाने ही नहीं दिया है। वहीं, WHO ने पिछले साल साइंटिफिक एडवाइजरी ग्रुप फॉर द ओरिजिन्स ऑफ नॉवेल पैथोजेन्स (SAGO) की स्थापना की थी। स्थापना इसलिए किया गया था ताकि, कोविड-19 की उत्पत्ति जानने के लिए किन-किन अध्यनों की जरूरत होगी इसका पता लगाया जा सके। WHO की एक जांच का चीन ने जमकर विरोध किया था, जिसका निष्कर्ष था कि कोरोना वायरस किसी अज्ञात प्रजाति के माध्यम से चमगादड़ में और फिर उससे मनुष्यों में पहुंचा है।</p>
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आईएन ब्यूरो

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