यूक्रेन और रूस जंग में दोनों देशों को भारी नुकसान हुआ है लेकिन, सबसे ज्यादा नुकसान यूक्रेन को हुआ है। इस जंग को आप सिर्फ रूस और यूक्रेन का नहीं कह सकते हैं। ये जंग रूस और पश्चिमी देशों के खिलाफ है। रूस ने अकेला पूरे पश्चिमी देशों से लड़ रहा है और इसके बाद भी भारी पड़ा है। नुकसान सिर्फ इन दो देशों को ही नहीं हुआ है बल्कि, पूरी दुनिया को हुआ है। खासकर पश्चिमी देश यह बात जाहिर नहीं कर रहे हैं कि उनके यहां पेट्रोल-डीजल के दामों में वृद्धि से लेकर खाने के हर चीजों की दाम बढ़ गए हैं। यूक्रेन को पश्चिमी देशों से पूरी तरह मदद मिल रही है। रूस से लड़ने के लिए हर एक हथियार अमेरिका संग बाकी यूरोपीयन देश दे रहे हैं। जिसे लेकर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन चेतावनी भी दे चुके हैं कि, पश्चिमी देश यूक्रेन की मदद करना बंद करे नहीं तो इसका अंजाम उन्हें भी भुगतना होगा। ऐसे में अगर रूस परमाणु हमला करता है तो इसका जिम्मेदार सिर्फ पश्चिमी देश होंगे। इस आग में अब घी डालने का काम ब्रिटेन ने किया है। जो रूस की चेतावनी के बाद भी यूक्रेन को खतरनाक हथियार दे रहा है।
ब्रिटेन ने कहा है कि, वह यूक्रेन को रूस के हमले को रोकने में मदद के लिए उन्नत हथियार देने में अमेरिका केसाथ शामिल होगा। ब्रिटेन के रक्षा मंत्री बेन वालेस ने कहा कि, जैसे रूस की रणनीति बदलती है वैसे ही यूक्रेन को हमारा समर्थन होना चाहिए। इतना ही नहीं यह भी कहा गया कि यूक्रेनी सैनिकों को नए लॉन्चरों का उपयोग करने के तरीके के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा। दरअसल, ब्रिटेन ने यूक्रेन को अत्याधुनिक M270 रॉकेट लॉन्चर देने का ऐलान किया है। इस रॉकेट लॉन्चर की प्रभावी फायरिंग रेंज 80 किलोमीटर बताई जा रही है। ब्रिटेन ने रूस के साथ युद्ध की शुरुआत से ही यूक्रेन की मदद की है। ब्रिटेन ने यूक्रेन को एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइलों का जखीरा भेजा था। वालेस ने कहा कि यूक्रेन के लिए ब्रिटेन का समर्थन जारी रहेगा। फिलहाल वर्तमान में ब्रिटिश सेना यूक्रेनी सैनिकों को बख्तरबंद वाहनों का उपयोग करने के लिए प्रशिक्षित कर रही है।
इससे पहले अमेरिका ने भी हाल ही में यूक्रेन को हार्पून एंटी शिप मिसाइल और M142 हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम देने का ऐलान किया था। अमेरिका ने यूक्रेन के लिए 700 मिलियन डॉलर की सुरक्षा सहायता देने की भी योजना की घोषणा की थी, जिसमें चार सटीक-निर्देशित, मध्यम-श्रेणी के रॉकेट सिस्टम, साथ ही हेलीकॉप्टर, जेवलिन एंटी-टैंक सिस्टम, रडार, सामरिक वाहन और बहुत कुछ शामिल हैं।
ब्रिटेन और अमेरिकी मिलकर इस जंग को और भड़काने का काम कर रहे हैं। क्योंकि, हाल ही में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिमी देशों को चेतावनी दी थी कि, अगर अमेरिका ने यूक्रेन को लॉन्ग-रेंज मिसाइल दी तो रूस नए टारगेट पर हमला करेगा। पुतिन ने कहा था कि हम ऐसे टारगेट्स पर हमला करेंगे, जिन पर अभी तक हमने हमला नहीं किया है। हालांकि पुतिन ने उन टारगेट्स का नाम नहीं बताया था।