अंतर्राष्ट्रीय

Joe Biden प्रशासन को चीन की दो टूक, कहा- Putin संग संबंधों पर हमें ज्ञान न दे अमेरिका

China On America For Russia: चीन को अमेरिका (China On America For Russia) की ओर से चेतावनी दी गई है कि, ड्रैगन अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों को कमजोर करने में रूस की मदद न करे। अमेरिका ने चीन (China On America For Russia) को इसे लेकर अंजाम भुगतने की भी धमकी दी है। चीन ने रूस के साथ ऊर्जा के क्षेत्र में कई समझौतों पर हस्ताक्षर किये हैं। कुछ समझौते यूक्रेन जंग के कुछ दिनों पहले ही साइन किये गये थे। अमेरिका की इस धमकी पर चीन ने बाइडेन प्रशासन को दो टूक कहा है कि, वो उन्हें ज्ञान न दें। रूस संग अपने संबंधों को लेकर चीन ने अमेरिका (China On America For Russia) पर जमकर भड़ास निकाली है। बीजिंग ने सख्त लहजे में कहा है कि, अमेरिका हमें यह ज्ञान न दे कि रूस के साथ संबंधों को कैसे रखना है।

चीन-रूस संग तेल पाइपलाइन साइन पर अमेरिका भड़का
चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि, अमेरिका के गठबंधन नीतियों की तुलना में चीन-रूस संबंध किसी भी तीसरे पक्ष के खिलाफ नहीं हैं। हमारे संबंध गैर-गठबंधन, गैर-टकराव और गैर-लक्ष्यीकरण पर आधारित हैं। यह दोनों पक्षों के हितों के अनुरूप है और वैश्विक चुनौतियों को दूर करने में सहायता करने वाला है। चीन ने अमेरिका पर अपने दुश्मनों को लक्ष्य बनाने वाले गठबंधन के निर्माण का आरोप भी लगाया। चीन ने रूस के साथ जो समझौते पर साइन किये हैं उसमें दोनों के बीच तेल पाइपलाइन की स्थापना के साथ रियायती दरों पर लंबे समय तक तेल और गैस की आपूर्ति भी शामिल है। साथ ही अनाजों के निर्यात को लेकर भी दोनों में डील हुई है।

अमेरिका को इस बात की है चिंता
रूस संग अपने रिश्तों की चीन तारीफ कर रहा है। चीन का कहना है कि, बीजिंग और मास्को के बीच डोस संबंध दुनिया को बहुध्रुवीयता की ओर बढ़ने में मदद कर सकते हैं, और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एकपक्षवाद में जाने से रोक सकते हैं। अमेरिका को टेंशन इसी बात की है कि, चीन और रूस के बीच गहराते सहयोग से उसके वैश्विक नेतृत्व और आधिपत्य पर असर पड़ेगा। यह सहयोग दोनों देशों के खिलाफ उसके प्रभाव को प्रभावित करेगा। चाइनीज एकेडमी ऑफ सोशल साइंसेज में रूसी, पूर्वी यूरोपीय और मध्य एशियाई अध्ययन संस्थान के एक एसोसिएट रिसर्च फेलो यांग जिन ने कहा कि अमेरिका को चिंता है कि चीन और रूस अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के क्षेत्र में सहयोग बढ़ा रहे हैं। इससे अमेरिका और पश्चिमी देशों के रूस पर लगाए गए प्रतिबधों के प्रभाव को कम करने में मदद मिल रही है।

अमेरिका को खटक रही चीन और रूस की दोस्ती
अमेरिकी विदेश विभाग के एक प्रवक्ता ने शुक्रवार को कहा कि जो लोग इस अन्यायपूर्ण युद्ध में मास्को के साथ हैं, वे अनिवार्य रूप से खुद को इतिहास के गलत पक्ष में पाएंगे। चीन को लेकर उन्होंने कहा कि, बीजिंग तटस्थ होने का दावा करता है, लेकिन उसका व्यवहार स्पष्ट करता है कि वह अभी भी रूस के साथ घनिष्ठ संबंधों में निवेश कर रहा है।

यह भी पढ़ें- रूस पर हमले का प्लान कर रहा था Europe, Putin बोले- यूक्रेन पर हमला जरूरी था

आईएन ब्यूरो

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