Chinese Fighter Jets in Taiwan: चीन वो देश है जो हर ओर से पैंतरेबाजी करने से बाज नहीं आता। इस वक्त देश में कोरोना महामारी जमकर कोहराम मचा रही है। चारों ओर सिर्फ मरीज और लांशे हैं। अस्पतालों में एक ओर मरीज हैं तो दूसरी ओर लाशें पड़ी हैं। देश में दवाओं की भारी संकट आ पड़ी हैं। लेकिन, इन सबके बीच भी चीन को सीमा पर उलझना है। ताइवान में चीन (Chinese Fighter Jets in Taiwan) ने एक बार फिर से घुसपैठ की है। दक्षिण चीन सागर में महीनेभर के युद्धाभ्यास के बाद चीन ने एक बार फिर ताइवानी वायु सीमा में घुसपैठ की है। चीन के 39 लड़ाकू विमानों ने एक साथ ताइवानी वायु सीमा (Chinese Fighter Jets in Taiwan) का आतिक्रमण किया। लेकिन, इस बार ताइवान ने जबरदस्त जवाब दिया। चीन के लड़ाकू विमान घुसते ही ताइवान ने अपने भी अपने लड़ाकू विमानों को रवाना कर दिया और एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइलों का मुंह खोल दिया। जिसके बाद चीनी विमान भाग खड़े हुए।
ताइवान के एक्शन में आते ही भागा ड्रैगन
ताइवान के लड़ाकू विमान, एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइलों को अलर्ट और रेडियो पर चेतावनी और रडार से निशाना लगाए जाने के बाद सभी चीनी विमान तेजी से ताइवानी वायु सीमा को छोड़कर बाहर भाग गए। यह पहला मौका नहीं है, जब चीनी विमानों ने ताइवान में घुसने की कोशिश की है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने पिछले 24 घंटों में अपने एयर डिफेंस जोन में चीनी गतिविधियों का विवरण देते हुए चीन के नए घुसपैठ का खुलासा किया। मंत्रालय ने बताया कि गुरुवार को हुई घुसपैठ में 21 लड़ाकू विमानों के साथ चार एच-6 बमवर्षक, अर्ली वॉर्निंग एयरक्राफ्ट, एंटी सबमरीन एयरक्राफ्ट और एयर रिफ्यूलिंग एयरक्राफ्ट शामिल थे। ताइवान ने नक्शा जारी करते हुए बताया कि चीनी विमानों ने देश के दक्षिण-पूर्वी तट से दूर बशी चैनल से होते हुए एक महत्वपूर्ण जलमार्ग के ऊपर उड़ान भरी। मंत्रालय ने यह भी कहा कि ताइवान ने इस क्षेत्र में तीन चीनी युद्धपोतों का भी पता लगाया है।
चीन को जवाब देने के लिए ताइवान ने भेजा लड़ाकू विमान
इसके साथ ही ताइवान के रक्षा मंत्रालय की ओर से ये भी बताया गया है कि, चीनी विमानों को चेतावनी देने के लिए लड़ाकू विमानों को भेजा गया। इसके अलावा एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम को भी एक्टिवेट कर दिया गया। मिसाइल सिस्टम के रडार ने चीनी लड़ाकू विमानों के उड़ान पर नजर बनाए रखी। इस दौरान पूरी तरह से अंतरराष्ट्रीय नियमों और मानकों का पालन किया गया। ताइवानी सरकार ने एक अलग नोटिस में कहा है कि रक्षा मंत्रालय की रिसर्च एंड डेवलपमेंट विंग नेशनल चुंग-शान इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इस हफ्ते देश के दक्षिण-पूर्वी तट पर एक मिसाइल फायरिंग ड्रिल आयोजित कर रही है।
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