जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक पाकिस्तान आई हुई थीं। उन्होंने पाकिस्तान के विदेशमंत्री बिलावल भुट्टो के साथ प्रेस कांफ्रेंस में भी हिस्सा लिया। इस प्रेस कांफ्रेंस के बाद जर्मनी की विदेश मेंत्री एनालेना की तबीयत खराब हो गई। कहा जाता है कि बिलावल ने प्रेस कांफ्रेंस में भी भारत के खिलाफ आग उगली। कश्मीरी राग अलापा। इसके बाद एनालेना ने लंच किया तो उन्हें भोजन का स्वाद नहीं आया। प्रेस कांफ्रेंस और लंच के बाद उन्होंने अपना चेकअप करवाया तो वो कोविड से संक्रमित पाई गईं। अभी यह रहस्य बना हुआ है कि एनालेना को कोविड पहले से था या पाकिस्तान आने के बाद उन्हें कोविड संक्रमण हुआ है। ध्यान रहे, सीक्रेट एजेंट्स और बड़े डिप्लोमैट्स को ऐसे संक्रमण होते हैं तो उनके सुरक्षा सिस्टम में बड़ी खामी मानी जाती है। जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना की सुरक्षा में चूक कहां हुई और कैसे हुई यह भी चिंता का विषय है।
जर्मनी के विदेश मंत्रालय की खबरों के मुताबिक एनालेना बेयरबॉक को पाकिस्तान के बाद ग्रीस और तुर्की की यात्रा करनी थी। मंत्रालय ने कहा कि उनकी आगे की सभी व्यस्तताओं को रद्द कर दिया गया है। जर्मन सरकार इस बात की जांच करवा रही है कि एनालेना बेयरबॉक की सुरक्षा में सेंध कहीं चीन की ओर से तो नहीं हुई है। क्यों कि पाकिस्तान में चीन प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हावी है। यूक्रेन-रूस जंग में जर्मनी ने यूक्रेन को छोटे हथियार सप्लाई किए हैं। वो इस जंग में रूस के खिलाफ भी है। जबकि चीन रूस के साथ है। चीन रूस के दुश्मनों से बदला लेने के लिए उनके राजनयिकों और मंत्रियों और विशेष दूतों की व्यक्तिगत सुरक्षा में सेंध लगा सकता है। वो भी तब, जब वो पाकिस्तान में हों।
इससे पहले एनालेना बेयरबॉक के साथ प्रेस कांफ्रेंस में भुट्टो ने एक बार फिर कश्मीर राग अलापा। उन्होंने कहा, 'भारत के उकसाने वाले कदमों के चलते कश्मीर में स्थिति तेजी से बिगड़ रही है जो मुस्लिम बहुसंख्यकों को हाशिए पर रखकर अवैध कदमों से उन्हें अल्पसंख्यक में बदलने की कोशिश कर रहे हैं।' भुट्टे ने कहा कि भारत सेक्युलर देश नहीं है, उस पर हिंदुत्व की विचारधारा हावी है।