रूस और यूक्रेन की बीच इस वक्त जंग जारी है। इस जंग को लेकर पूरा पश्चिमी देश रूस के खिलाफ है। एक के बाद एक कड़े से कड़े प्रतिबंध लगाकर रूस को तोड़ने की कोशिश की जा रही है। अमेरिका और नाटो रूस को आर्थिक चोट देना चाहते हैं। इससे रूस को फर्क भी पड़ा लेकिन, उसने अपनी तैयारी पहले से ही कर रखी थी। इस भीषण जंग में भी रूस ने भारत संग अपनी दोस्ती निभाते हुए भारत को S-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम समय से पहले ही सौंप दी थी। इसपर अमेरिका ने तो कुछ नहीं बोला लेकिन,S-400 डील पर बैन को लेकर अमेरिका पर भिड़ गया ये देश।
दरअसल, रूस S-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम को लेकर तुर्की अमेरिका के रवैए को लेकर नाराज चल रहा है। तुर्की के रक्षा मंत्री हुलुसी अकर ने हुर्रियत अखबार से बातचीत में कहा है कि अमेरिका रूस से S-400 सिस्टम की खरीद के मामले में तुर्की और भारत के प्रति अलग-अलग नीतियों का पालन करता है। अगर अमेरिका तुर्की की सच्ची दोस्ती, ताकत और गठबंधन पर ध्यान देता तो चीजें आसान हो जातीं। रिपोर्ट में बताया गया है कि, US S-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम को लेकर भारत के लिए एक अपवाद बनाने को तैयार दिख रहा है और उन प्रतिबंधों को लागू करने से परहेज कर सकता है जो तुर्की पर S-400 की खरीद पर लगाए गए थे।
भारत ने 2015 में रूसी S-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम की खरीदने के बारे में घोषणा किया था। अक्टूबर 2018 में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे पर S-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम के पांच रेजिमेंट की डिलीवरी पर 5।4 बिलियन डॉलर के अनुबंध पर साइन किए गए थे। दिसंबर 2021 में भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने जानकारी दी थी कि S-400 सिस्टम की डिलीवरी शुरू हो चुकी है। इसके बाद रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा ता कि, रूसी-भारतीय सहयोग को कमजोर करने में अमेरिका कोशिशों के बावजूद यह सौदा योजनाओं के अनुसार लागू किया जा रहा था। इस सौदे से अमेरिका इतना नाराज हो गया कि, उसने 2017 काउंटरिंग अमेरिकाज एडवर्सरीज थ्रू सेंक्शंस एक्ट (CAATSA) का उपयोग करके प्रतिबंधों की धमकियों के साथ रूस से हथियार और सैन्य हार्डवेयर प्राप्त करने वाले देशों को डराना शुरू कर दिया। हालांकि, भारत का रूख साफ था और उसने कहा कि वह इस डील से पीछे हटने वाला नहीं है।
देखें क्या है S-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम की खासियत
S-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम के खासियत की बात करें तो यह दुनिया का सबसे एडवांस्ड एयर डिफेंस सिस्टम में से माना जाता है। यह एक लंबी दूरी की सरफेर टू एयर मिसाइल सिस्टम है। S-400 में ड्रोन, मिसाइल, रॉकेट और यहां तक कि लड़ाकू जेट सहित लगभग सभी तरह के हवाई हमलों से बचाने की क्षमता है। इसकी एक खासियत यह भी है कि, यह एक साथ 400 किलोमीटर दूर तक 72 टारगेट को एक साथ तबाह कर सकती है।