अंतर्राष्ट्रीय

Chinese Navy में एयरक्राफ्ट कैरियर का अकाल! 3 में से 2 पड़े हैं बंद, 1 से ही दुनिया को दे रहा है गीदड़भबकी

चीनी नौसेना (Chinese Navy) का बुरा हाल हो गया है। सबके लिए साज़िश और प्लानिंग करते करते चीन अपने ही देश की तरफ देखना भूल गया। चीनी नौसेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी- नेवी इन दिनों एयरक्राफ्ट कैरियर की भारी किल्लत से गुजर रही है। कागज पर तो चीनी नौसेना (Chinese Navy) के पास चीन एयरक्राफ्ट कैरियर हैं। लेकिन, वर्तमान में उसके दो एयरक्राफ्ट कैरियर ऑपरेशन को अंजाम देने के हालात में नहीं हैं। ऐसे में चीनी नौसेना को सिर्फ एक एयरक्राफ्ट कैरियर शेडोंग से काम चलाना पड़ रहा है। शेडोंग एयरक्राफ्ट कैरियर को एक दिन पहले ही ताइवान जलडमरूमध्य से होकर उत्तर की ओर जाते हुए देखा गया है। संभावना जताई जा रही है कि चीनी नौसेना शेडोंग एयरक्राफ्ट कैरियर के साथ चीन सागर में एक बड़ा युद्धाभ्यास करने जा रही है। यह युद्धाभ्यास ताइवान के लिए प्रत्यक्ष खतरा भी बताया जा रहा है। ताइवान को हाल में ही अमेरिका से स्टिंगर मिसाइलों की भारी-भरकम खेप मिली है। चीन ने इस डील को लेकर सख्त नाराजगी जताई थी और दोनों देशों को अंजाम भुगतने की धमकी भी दी थी।

चीन के पास हैं यह एयरक्राफ्ट

चीन के पास वर्तमान में स्की जंप वाले दो एयरक्राफ्ट कैरियर लिओनिंग और शेडोंग हैं। इन दोनों एयरक्राफ्ट कैरियरों के कोडनेम टाइप 001 और टाइप 002 हैं। चीनी नौसेना का तीसरा एयरक्राफ्ट कैरियर टाइप 003 इलेक्ट्रोमैग्नेटिक कैटापुल्ट सिस्टम से लैस है। इस एयरक्राफ्ट कैरियर का नाम फुजियान है। चीन एक चौथे एयरक्राफ्ट कैरियर का भी निर्माण कर रहा है। वर्तमान में उसे सिर्फ कोड नेम टाइप 004 के नाम से ही जाना जाता है। इस एयरक्राफ्ट कैरियर का निर्माण जियांगन शिपयार्ड में हो रहा है। यह एयरक्राफ्ट कैरियर भी फुजियान की तरह कैटापुल्ट सिस्टम का इस्तेमाल करेगा। चीन का लक्ष्य 2030 तक 6 एयरक्राफ्ट कैरियर बनाने का है।

यह भी पढ़ें: China का काल बनेगा ‘NATO प्‍लस’! शामिल होगा भारत, क्या Russia से रिश्तों में आएगी दरार?

चीन का पहला एयरक्राफ्ट कैरियर टाइप 001 या लियोनिंग इस समय ओवरहाल की प्रक्रिया से गुजर रहा है। इस एयरक्राफ्ट कैरियर के मेंटीनेंस का काम चीन के लिओनिंग प्रांत में डालियान शिपयार्ड में चल रहा है। इस एयरक्राफ्ट कैरियर के कई प्रमुख शिपबोर्न सिस्टम और दूसरे उपकरणों को हटा दिया गया है। इसके फ्लाइट डेक का भी पूरी तरह से ओवरहाल किया जा रहा है। इसके अलावा इसमें कई नए सेंसर्स और रडार को भी लगाने का काम जारी है। ऐसे में लिओनिंग के जल्द ही चीनी नौसेना में वापसी के आसार नहीं हैं। वहीं, दूसरा एयरक्राफ्ट कैरियर टाइप 003 यानी फुजियान अभी समुद्री परीक्षण के दौर से गुजर रहा है। इसके अगरे दो साल तक चीनी नोसैना में शामिल होने के आसार नहीं हैं।

आईएन ब्यूरो

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