रिपोर्ट के मुताबिक, अब्दुल मलिक ने पिछले महीने अपनी 9साल की बेटी परवाना मलिक को 55साल के शख्स के हाथों बेच दिया। अब्दुल के पास अपने परिवार को पालने के लिए पैसे नहीं बचे थे, जिसके चलते उसने अपनी बच्ची का सौदा किया। अब्दुल मलिक के परिवार में आठ लोग हैं और सभी राहत शिविर में रहकर गुजारा कर रहे हैं। परिवार का पेट भरने के लिए उन्होंने इससे पहले अपनी 12साल की बेटी को भी बेच दिया था। खाने के लाले पड़ने के बाद अब उन्हें दूसरी बच्ची परवाना का भी सौदा करना पड़ा।
इस अफगान पिता को 55वर्षीय शख्स को बाल वधू के रूप में बेचने के लिए मजबूर किया गया, ताकि वह अपने परिवार के लिए खाना खरीद सके। अब्दुल मलिक ने फूट-फूट कर रोते हुए कहा- 'ये अब तुम्हारी (कोरबान) दुल्हन है, कृपया इसकी देखभाल करना, अब यह तुम्हारे जिम्मे है, इसे मारना मत।"
परवाना के परिवार ने कहा कि उनके पास कोई विकल्प नहीं था। वो उन बेसहारा परिवारों में से हैं, जिन्हें जीवित रहने के लिए अपनी युवा बेटियों को बेचने के लिए मजबूर किया जा रहा है। अफगानिस्तान में ऐसे कई परिवार हैं, जिन्हें अपनी बच्चियों को बेचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।