Leopard 2 Abrams Tanks: यूक्रेन में सर्दी के बाद भयानक हमले की तैयारी कर रही रूसी सेना को मुंह तोड़ जवाब देने के लिए दुनिया के दो सबसे घातक टैंक मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं। अमेरिका और जर्मनी दोनों ही अब यूक्रेन (ukraine) को अपने M1 अब्राम टैंक और लेपर्ड-2 टैंक देने वाले हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की रूस के महाबली टैंक टी-90 से निपटने के लिए अमेरिका और यूक्रेन से लंबे समय से इन टैंकों को देने की गुहार लगा रहे थे। माना जा रहा है कि इन टैंकों के युद्ध के मैदान में उतरने से यूक्रेन जंग और भीषण हो सकती है।
अमेरिका-जर्मनी की मीडिया ने की पुष्टि
अमेरिका और जर्मनी की मीडिया ने इसकी पुष्टि की है। जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्चोल्ज इस बात पर सहमत हो गए हैं कि यूक्रेन को लेपर्ड-2 टैंकों की आपूर्ति की जाए। रूस के भीषण हमलों के बाद लंबे समय से मांग उठ रही थी कि जर्मनी यूक्रेन को भारी हथियारों की सप्लाइ करे। चौतरफा भारी दबाव के बाद नाटो देश जर्मनी इन टैंकों को यूक्रेन को सप्लाइ करने के लिए तैयार हो गया है।
लेपर्ड टैंक जर्मनी से मिलने का रास्ता साफ
बाइडन सरकार ने अमेरिकी टैंक को यूक्रेन को देने की प्रक्रिया शुरू करने जा रही थी। माना जा रहा है कि अमेरिका दर्जनों एम 1 अब्राम टैंक यूक्रेन को सप्लाइ करने जा रहा है। बताया जा रहा है कि अमेरिका आने वाले समय में 30 अब्राम टैंक यूक्रेन की सेना को दे सकता है।
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अगर आप जर्मन टैंकों या अन्य हथियारों को किसी दूसरे देश को देना चाहते हैं तो इसके लिए उस देश को बर्लिन से मंजूरी लेनी होगी। जर्मनी मीडिया आउटलेट द स्पीगल मीडिया ने कहा कि जर्मन चांसलर कम से कम एक कंपनी लेपर्ड-2 टैंक यूक्रेन को देने के लिए राजी हो गए हैं। इस तरह से यूक्रेन को अब 14 लेपर्ड टैंक जर्मनी से मिलने का रास्ता साफ हो गया है। हालांकि अभी तक जर्मन सरकार ने इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। रूसी सेना इस टी-90 टैंकों से भीषण हमले कर रही है। एक रूसी टी-90 टैंक को रोकने के लिए यूक्रेन को अपने 3 टैंकों को मैदान में उतारना पड़ रहा है।