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Taliban को पंजशीर के शेरों ने खदेड़ा, 50 तालिबानी ढेर, 20 से अधिक को बंधक बनाया, जारी है भीषण लड़ाई

Taliban को पंजशीर के शेरों ने खदेड़ा

अफगानिस्तान के लगभग सभी प्रांतों पर तालिबान ने कब्जा कर लिया है। पर पंजशीर में वो घुस नहीं पा रहा। लाख कोशिशों के बाद भी तालिबानी पंजशीर घाटी पार नहीं कर पा रहे। पंजशीर से जुड़े सूत्रों ने दावा किया है कि अंदराब में हुई लड़ाई में 50 से अधिक तालिबान लड़ाके मारे गए हैं और 20 से अधिक लड़ाकों को बंधक बनाया गया है। इस लड़ाई में तालिबान का कमांडर भी मारा गया।

हालांकि तालिबान से जुड़े सूत्रों ने इसकी पुष्टि नहीं की है। लेकिन एक तालिबान लड़ाके ने भास्कर से कहा है, 'पंजशीर को माफ नहीं किया जाएगा।' रविवार रात तालिबान से जुड़े एक सूत्र ने दावा किया था कि बानू पर फिर से तालिबान का नियंत्रण हो गया है। पंजशीर घाटी अफगानिस्तान के उन चंद इलाकों में है, जहां अभी तालिबान का कब्जा नहीं हुआ है। यहां विद्रोहियों की अगुआई कर रहे अहमद मसूद के लड़ाके जंग के लिए तैयार हैं। नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट यानी नॉर्दर्न अलायंस को लीड कर रहे मसूद ने कहा कि युद्ध की तैयारी है, पर अगर रास्ता निकालने के लिए बातचीत होती है तो उसके लिए भी तैयार हैं।

तालिबान ने दावा किया है उसने पंजशीर को तीन तरफ से घेर लिया है। साथ ही तालिबान का कहना है कि हम शांति से बात कर के मुद्दे को सुलझाना चाहते हैं। पंजशीर पर कब्जा जमाने की तैयारी कर रहे तालिबान को अमरुल्लाह सालेह और अहमद मसूद की ओर से कड़ी टक्कर मिल रही है। सालेह अफगानिस्तान के उप राष्ट्रपति थे, लेकिन अशरफ गनी के देश छोड़ने के बाद उन्होंने खुद को राष्ट्रपति घोषित कर दिया। साथ ही वे पंजशीर चले गए और यहां अहमद मसूद से हाथ मिला लिया।