अंतर्राष्ट्रीय

कितना बड़ा है Russia के परमाणु हथियारों का ज़खीरा, जानें कितना है Putin के पास Atom Bomb का भंडार?

दुनिया में सबसे अधिक परमाणु हथियार रूस (Russia) के पास हैं। 2022 की एक रिपोर्ट के अनुसार, रूस के पास 5977 परमाणु वॉरहेड हैं। इनमें से 1500 परमाणु वॉरहेड को रिटायर किया जा चुका है, हालांकि इनका दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है। रूस ने 2889 परमाणु वॉरहेड को रिजर्व रखा है। इनका इस्तेमाल रेडी टू फायर मिसाइलों के खत्म होने के बाद किया जा सकता है। रूस ने 1588 परमाणु वॉरहेड को हमले के लिए तैनात रखा है। हमले के लिए तैनात परमाणु वॉरहेड में से 812 जमीन से हमला करने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों में लगाए गए हैं। 556 परमाणु वॉरहेड्स को पनडुब्बी से लॉन्च किए जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों में लगाया गया है। इसके अलावा 200 परमाणु वॉरहेड्स को हैवी बॉम्बर्स बेस पर तैनात किया गया है।

Russia के S-350

S-350 एक मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है। इसे रूसी रक्षा कंपनी अल्माज-एंटे ने विकसित और निर्मित किया है। एस-350 को बनाने का काम 1990 के दशक में शुरू किया गया था। हालांकि, इसका पहला परीक्षण 2013 में हो सका। रूस ने 2023 के MAKS एयर शो के दौरान एस-350 वाइटाज को पहली बार दुनिया के सामने प्रदर्शित किया था। रूसी सेना को इस सिस्टम का पहला बैच दिसंबर 2019 में मिला था।

रूस (Russia), जिसे सोवियत संघ के परमाणु हथियार विरासत में मिले थे, के पास परमाणु हथियारों का दुनिया का सबसे बड़ा भंडार है। फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स के अनुसार, संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन द्वारा नियंत्रित 5,428 की तुलना में पुतिन 2022 तक लगभग 5,977 ऐसे हथियारों को नियंत्रित करते हैं। अनुमानित 1,500 हथियार सेवानिवृत्त हो चुके हैं (लेकिन शायद अभी भी बरकरार हैं), 2,889 रिजर्व में हैं और 1,588 रणनीतिक हथियार तैनात हैं।

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परमाणु वैज्ञानिकों के बुलेटिन ने कहा कि 812 भूमि आधारित बैलिस्टिक मिसाइलों पर, 576 पनडुब्बी-प्रक्षेपित बैलिस्टिक मिसाइलों पर और लगभग 200 भारी बमवर्षक ठिकानों पर तैनात हैं। रूस 10 परमाणु-सशस्त्र परमाणु पनडुब्बियों का संचालन करता है, जो अधिकतम 800 हथियार ले जा सकता है। इसमें 60 से 70 परमाणु बमवर्षक हैं।

आईएन ब्यूरो

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