अंतर्राष्ट्रीय

देखें: कनाडा के टोरंटो में खालिस्तानी अलगाववादियों को मुंहतोड़ जवाब देते प्रवासी भारतीय

भारतीय समुदाय के लोग शनिवार को अपने राजनयिकों और वाणिज्य दूतावास कार्यालय की सुरक्षा के लिए वाणिज्य दूतावास के बाहर इकट्ठा हुए और कनाडा के टोरंटो में खालिस्तान समर्थक विरोध प्रदर्शन का एकजुट होकर मुक़ाबला किया।

प्रवासी भारतीयों को “भारत माता की जय”, “वंदे मातरम”, “भारत ज़िंदाबाद” और “खालिस्तान मुर्दाबाद” जैसे नारे लगाते देखा गया और उनके हाथों में तख्तियां थीं, जिन पर लिखा था, “खालिस्तानी सिख नहीं हैं”, और “कनाडा खालिस्तानियों का समर्थन करना बंद करें” कनाडाई आतंकवादी।”

इस वीडियो में कथित खालिस्तानी समर्थक प्रदर्शनकारियों को तिरंगे का अपमान करते देखा जा सकता है।

<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”en” dir=”ltr”>Shameful actions of a few handful Sikhs embarrass the whole community.<br>Sikhs of India condemn such pathetic theatrics orchestrated by ISI in Toronto, Canada. <br><br>We urge Sikhs worldwide to speak against anti-India actions of these people in a united voice<br> <a href=”https://t.co/Yx1HNgSgKD”>pic.twitter.com/Yx1HNgSgKD</a></p>&mdash; Manjinder Singh Sirsa (@mssirsa) <a href=”https://twitter.com/mssirsa/status/1677902138838597633?ref_src=twsrc%5Etfw”>July 9, 2023</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>

कनाडा में भारतीय प्रवासियों में से एक सुनील अरोड़ा ने कहा, “हम यहां खालिस्तानियों का सामना करने के लिए वाणिज्य दूतावास के सामने खड़े हैं। हम यहां खालिस्तानियों की बकवास को रोकने की कोशिश कर रहे हैं और हम यहां भारत और कनाडा की एकजुटता के लिए हैं। वे यह कहते हुए ग़लत जानकारी दे रहे हैं कि वे हमारे राजनयिकों को मार डालेंगे… और हम इसके पूरी तरह से ख़िलाफ़ हैं।’

एक भारतीय प्रवासी अनिल शिरिंगी ने कहा कि वे भारतीय वाणिज्य दूतावास का समर्थन करने के लिए वहां हैं और खालिस्तानियों की उस धमकी के ख़िलाफ़ खड़े हुए हैं, जो भारतीय राजनयिकों को दी गयी थी।

वाणिज्य दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन में खड़े भारतीय समुदाय के एक अन्य सदस्य विद्या भूषण धर ने कहा, “कनाडा एक शांतिपूर्ण देश है और हम शांतिपूर्ण रहना चाहते हैं और हमें रहना भी चाहिए। मूलतः हम कनाडा सरकार को यह बताने का प्रयास कर रहे हैं कि वह इस पर संज्ञान ले कि यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं है। यह निश्चित रूप से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं है।”

<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”en” dir=”ltr”>It’s a moment of pride seeing our Indian-Canadian brothers and sisters stand up strong together against these riff raffs as once again they showed their ugly face in Canada. A mass protest was witnessed outside the Indian Consulate in Canada by Khalistan supporters. However, the… <a href=”https://t.co/ynHCKA5cgx”>pic.twitter.com/ynHCKA5cgx</a></p>&mdash; Eagle Eye (@SortedEagle) <a href=”https://twitter.com/SortedEagle/status/1677937088975761408?ref_src=twsrc%5Etfw”>July 9, 2023</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>“जब आप किसी को बताते हैं कि आप किसी की हत्या कर रहे हैं या आप हत्या का कृत्य प्रदर्शित कर रहे हैं जैसा कि पिछले सप्ताह ब्रैंटन में हुआ था, तो आप मूल रूप से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं दिखा रहे हैं, बल्कि आप कुकृत्य और अलगाववाद को बढ़ावा दे रहे हैं। इसलिए कनाडा सरकार से शांति को लेकर मेरे और सुनील जी जैसे कनाडाई लोगों की तरफड से अनुरोध है कि वे इसका संज्ञान लें और उचित उपाय करें और इस तरह के लोगों से घटनास्थल पर ही निपटें।”

पिछले महीने कनाडा में खालिस्तान टाइगर फोर्स के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर की कथित हत्या के बाद खालिस्तान समर्थक तत्वों ने शनिवार को ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में भारतीय मिशनों के बाहर रैलियां आयोजित करने की घोषणा की थी।

इसके बाद कनाडा और अमेरिका में भारतीय राजदूतों के साथ-साथ टोरंटो में महावाणिज्य दूतावास के बाहर धमकी भरे पोस्टर लगाये गये।

पिछले कुछ महीनों में कनाडा में खालिस्तानी अलगाववादियों से जुड़ी तीन बड़ी भारत विरोधी घटनायें सामने आयी हैं।
सूत्रों के अनुसार, भारत ने सोमवार को कनाडा में 8 जुलाई को होने वाली खालिस्तान समर्थक रैली की जानकारी के साथ प्रसारित किए जा रहे पोस्टरों में अपने राजनयिकों को मिल रही धमकियों पर चिंता जतायी है।
कनाडा और टोरंटो में महावाणिज्य दूतावास।

कथित तौर पर सिख चरमपंथियों द्वारा प्रसारित पोस्टरों में कनाडा में भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा और टोरंटो में भारत के महावाणिज्य दूतावास अपूर्व श्रीवास्तव का नाम लेते हुए उन पर खालिस्तान टाइगर फोर्स के प्रमुख निज्जर की कथित हत्या में भूमिका निभाने का आरोप लगाया गया है।

आईएन ब्यूरो

Recent Posts

खून से सना है चंद किमी लंबे गाजा पट्टी का इतिहास, जानिए 41 किमी लंबे ‘खूनी’ पथ का अतीत!

ऑटोमन साम्राज्य से लेकर इजरायल तक खून से सना है सिर्फ 41 किमी लंबे गजा…

7 months ago

Israel हमास की लड़ाई से Apple और Google जैसी कंपनियों की अटकी सांसे! भारत शिफ्ट हो सकती हैं ये कंपरनियां।

मौजूदा दौर में Israelको टेक्नोलॉजी का गढ़ माना जाता है, इस देश में 500 से…

7 months ago

हमास को कहाँ से मिले Israel किलर हथियार? हुआ खुलासा! जंग तेज

हमास और इजरायल के बीच जारी युद्ध और तेज हो गया है और इजरायली सेना…

7 months ago

Israel-हमास युद्ध में साथ आए दो दुश्‍मन, सऊदी प्रिंस ने ईरानी राष्‍ट्रपति से 45 मिनट तक की फोन पर बात

इजरायल (Israel) और फिलिस्‍तीन के आतंकी संगठन हमास, भू-राजनीति को बदलने वाला घटनाक्रम साबित हो…

7 months ago

इजरायल में भारत की इन 10 कंपनियों का बड़ा कारोबार, हमास के साथ युद्ध से व्यापार पर बुरा असर

Israel और हमास के बीच चल रही लड़ाई के कारण हिन्दुस्तान की कई कंपनियों का…

7 months ago