इजरायल के राजदूत गिलाद एर्दन ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के मंच पर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की एनुअल रिपोर्ट फाड़ दी। एर्दन ने रिपोर्ट फाड़ते हुए कहा, इसकी सही जगह कूड़ेदान में है। उन्होंने इसके पीछे दलील दी कि यह रिपोर्ट इजरायल के खिलाफ है और पक्षपाती है। दरअसल, इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष पर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद ने महासभा में एक विशेष बैठक बुलाई थी, जहां इसके अध्यक्ष मिशेल बाचेलेट ने सभी सदस्य देशों के सामने वार्षिक रिपोर्ट पेश की।
दरअल, इस रिपोर्ट में गाजा पर इजरायल के कब्जे के हमले के बाद गठिक की गई एक जांच समिति के निष्कर्ष प्रस्तुत किए गए थे, जिसमें 67 बच्चों, 40 महिलाओं और 16 बुजुर्गों सहित 260 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई थी। इस हमले में कई सारे परिवार मारे गए, जिनमें वरिष्ठ डॉक्टर अयमान अबू अल-औफ और उनका परिवार शामिल था। इस यूएनएचआरसी की रिपोर्ट में गाजा पर क्रूर हमलों के लिए इजरायल की निंदा और आलोचना की गई थी।
इजरायल के राजदूत गिलाद एर्दन ने महासभा को संबोधित करते हुए कहा कि अपनी स्थापना के बाद से मानवाधिकार परिषद ने दुनिया के अन्य सभी देशों के खिलाफ 142 की तुलना में 95 बार इजरायल की निंदा की है। इससे साफ जाहिर होता है परिषद निष्पक्ष नहीं है। इस रिपोर्ट के जरिए UNHRC का पूर्वाग्रह एक बार फिर साबित होता है। इतना कहते ही उन्होंने रिपोर्ट फाड़ दी और अपना संबोधन खत्म कर दिया। इस रिपोर्ट को फाड़कर और पोडियम पर छोड़कर जाने से पहेल उन्होंने कहा कि इसका एक मात्र जगह कुड़ेदान ही है। उन्होंने कहा कि मैंने आज संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया। और मानवाधिकार परिषद की वार्षिक रिपोर्ट के निराधार, एकतरफा और एकमुश्त झूठे आरोपों के खिलाफ आवाज उठाई। इस साल मानवाधिकार परिषद ने एक बार फिर हम सभी को नीचा दिखाया है। इसने दुनिया भर में ऐसे लोगों को निराश किया है जो मानवाधिकारों के हनन को हर दिन, हर घंटे, हर मिनट सहते हैं लेकिन उनकी आवाज नहीं सुनी जाती है।