क्या आप जानते हैं कि ताइवान को एक ही दिन में हड़पने की क्षमता रखने वाला चीन हमला करने की हिम्मत क्यों नहीं कर पा रहा है? चीन भारत से युद्ध के बजाए सीमा पर उलझाए रखना क्यों चाहता है? पाकिस्तान भारत के गुप्त अस्त्रों से क्यों भयभीत है? भारत ने चीन से पीड़ित देशों को कौन सा मंत्र दे दिया जिसके चलते कमजोर और छोटे देश भी चीन की आंखों में आंखे डालकर बात करने लगे हैं? इसका जवाब आप सुनेंगे को हंसेंगे, आप भी कहोगे क्या बच्चों जैसी बातें कर रहे हो, करोड़ो डालर में तैयार होने वाली विनाशक मिसाइलों-रॉकेट और फाइटर जेट को सिर्फ ढाई-तीन डॉलर में बना हथियार पल भर में खत्म कर देगा! जी हां, आप इसे भले ही कपोल कल्पना समझें लेकिन यह सोलह आने सच है।
2 डॉलर के हथियार से छूटेंगे दुश्मन के पसीने
अब मात्र दो-ढाई डॉलर की कीमत से बना हथियार नेवी, आर्मी और एयरफोर्स ही नहीं स्पेस आर्मी को भी नाकों चने चबा देगा। भारत के इस अबूझ हथियार का नाम कोई काली 10000 तो कोई काली 50000 बता रहा है। यह जमीन से जमीन पर, जमीन से आसमान पर, आसमान से आसमान में अंतरिक्ष में और समुद्र से समुद्र, समुद्र से सतह और समुद्र से आसमान में दुश्मन के हथियार को बिना आवाज, बिना पहचान पल भर में खत्म कर सकता है।
भारत ने गुप्त स्थानों पर कर दी है तैनाती
यह हथियार इजराइल ने तैयार कर लिया है। भारत लगभग तैयार कर चुका है। बल्कि कहा तो जा रहा है कि भारत ने इस खुफिया हथियार को चीन और पाकिस्तान सीमा पर तैनात भी कर दिया है। चीन और पाकिस्तान को आशंका भी हो गई है। इस खुफिया हथियार की लोकेशन लेने के लिए भारतीय सीमा में पाकिस्तान ड्रोन और यूएवी भेज रहा है। लेकिन भारत के इस खुफिया हथियार की भनक किसी को नहीं लगी है। इजराइल ने सीना ठोंक कर ऐसा हथियार बनाने का ऐलान कर दिया है। हथियार को दुनिया के सामने खड़ा भी कर दिया है।
इजराइल सामने आया सीना ठोंक कर
इजरायल ने दुनिया में पहली बार लेजर मिसाइल डिफेंस सिस्टम का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। इस मिसाइल डिफेंस सिस्टम का नाम 'आयरन बीम' दिया गया है। इस लेजर आधारित मिसाइल डिफेंस सिस्टम ने मोर्टार, रॉकेट और एंटी टैंक मिसाइलों को अपने एक ही वार में ही तबाह कर दिया। इजरायल के प्रधानमंत्री नेफ्ताली बेनेट ने बताया कि इसमें सबसे अच्छी बात यह रही है कि इसके एक वार में खर्च केवल 267रुपये ही आएगा। उन्होंने कहा कि यह आपको कपोल कल्पना लगे लेकिन यह हकीकत बन चुका है। इजरायल ने अपने लेजर डिफेंस सिस्टम के हमले का वीडियो भी जारी किया है।
यह बेहद सस्ता लेजर वेपन है
इजरायल हमास के रॉकेट हमलों को रोकने के लिए कई वर्षों से अपने काफी महंगे आयरन डोम मिसाइल डिफेंस सिस्टम की जगह पर इस लेजर वेपन को बनाने का प्रयास कर रहा था। अब उसे इस हथियार को बनाने में सफलता मिल गई है। आयरन डोम की जगह लेने वाले इस आयरन बीम डिफेंस सिस्टम को देश के हवाई रक्षा कवच को मजबूत करने के लिए बनाया गया है। अभी इजरायल ने अपने इस लेजर हथियार के प्रभाव के बारे में बहुत कम सूचना दुनिया को दी है। माना जा रहा है कि इस लेजर वेपन को जमीन, हवा और समुद्र में तैनात किया जा सकेगा।
Israel has successfully tested the new “Iron Beam” laser interception system.
This is the world’s first energy-based weapons system that uses a laser to shoot down incoming UAVs, rockets & mortars at a cost of $3.50 per shot.
It may sound like science fiction, but it's real. pic.twitter.com/nRXFoYTjIU
— Naftali Bennett בנט (@naftalibennett) April 14, 2022
जासूसी सेटेलाइट को पल भर में मार गिराएंगे
इजराइल ने जो डिफेंस सिस्टम तैयार किया है उसकी सफलता 90 परसेंट से ज्यादा है। इसे बढ़ाकर 100 फीसदी किया जा रहा है। भारत और इजराइल डिफेंस सेक्टर में मिलकर काम कर रहे हैं। ऐसा बताया जा रहा है कि इस हथियार का पता लगाने में रडार भी नाकाम हैं। सैटेलाइट से भी इन हथियारों का पता लगाना मुश्किल है। बल्कि कहा तो यह भी जा रहा है कि इन हथियारों पर निगाह रखने वाले दुश्मन के सैटेलाइट्स को इनफॉर्मेशन चुराने से पहले ही मार गिराया जा सकता है।