अंतर्राष्ट्रीय

BRI के तहत एयरपोर्ट बनाने के चीनी दावे को फिर नेपाल ने किया खारिज!

नेपाल के विदेश मंत्री एनपी सऊद ने BRI के तहत एयरपोर्ट बनने के चीनी दावे को खारिज कर दिया है। दरअसल,नेपाल में चीनी राजदूत ने दावा किया है कि नेपाल में बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव(Belt and Road Initiative Project BRI) के तहत हवाई अड्डा बना गया है। चीन के राजदूत बार-बार दावा कर रहे हैं कि नेपाल के पोखरा स्थिति हवाई अड्डा का निर्माण चीन के BRI योजना के तहत किया गया है।

नेपाली विदेश मंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय और पर्यटन समिति को संबोधित करते हुए चीन के तमाम दावों को खारिज कर दिया। विदेश मंत्री सऊद ने कहा कि पोखरा में बने अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा BRI परियोजना के तहत नहीं बनाया गया है। नेपाल के विदेश मंत्री ने कहा कि इतना सही है कि नेपाल ने केवल समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं,लेकिन अब तक इस तरह की कोई योजना लागू नहीं की गई है।

द काठमांडू पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक ,चीन द्वारा बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के तहत नेपाल में एक के बाद एक परियोजनाओं को चीन के द्वार एकतरफा सूचिबद्ध किए जाने के बाद नेपाल के राजनयिक हलकों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है।

चीन का एक और दावा

द काठमांडू पोस्ट के अनुसार,चीन ने नेपाल के पीएम पुष्प कमल दहल द्वारा नए हवाई अड्डे के उद्घाटन पर ऐसा ही दावा किया है।

वहीं, चीनी राजदूत चेन सॉन्ग ने ट्विटर पर एक पोस्ट किया जिसमे लिखा कि नेपाल में वीचैट पे क्रॉस-बोर्ड भुगतान सेवा के उद्घाटन के लिए हार्दिक बधाई।

वहीं, पिछले हफ्ते नेपाल के विदेश मंत्री एनपी सऊद ने कहा था कि BRI की परियोजना कार्यान्वयन योजना नेपाल और चीन के बीच चर्चा की दिशा में है।

BRI के तहत नेपाल में एक भी परियोजना निष्पादित नहीं की गई है। वहीं, काठमांडू पोस्ट के मुताबिक BRI की परियोजना अभी भी विचाराधीन है।

हालांकि चीन और नेपाल के बीच में हाल के दिनों में बयानबाजी तेज हो गई है,जहां एक पक्ष का दावा है कि नेपाल में कई परियोजनाएं BRI के तहत चल रही है,वहीं दूसरे पक्ष ऐसे तमाम दावे को खारिज कर रहा है।

नेपाल-चीन के बीच हुआ था समझौता

2017 में नेपाल औऱ चीन के बीच बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव को लेकर एक समझौता हुआ । नेपाल ने शुरुआती दौर में इसके कार्यान्वयन के लिए 35 परियोजनाओं को चुना था। बाद में परियोजनाओं की कुल संख्या घटाकर 9 कर दी गई,औऱ इस सूची मे पोखरा हवाई अड्डा शामिल नहीं था। जिसे बीजिंग ने अब BRI के तहत रखा है।

वहीं, बताया जा रहा है कि 2016 में नेपाल सरकार की ओर से BRI का उल्लेख किए बिना पोखरा में नया हवाई अड्डा बनाने के लिए चीन के साथ 215 मिलियन अमेरिकी डॉलर के आसान ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।

चीन BRI के तहत नेपाल में कई परियोजनाएं लगा रहा है, इसलिए दोनों देशों के बीच स्पष्ट कुछ दिख नहीं रहा कि BRI परियोजनाएं ऋण आधारित होगी या फिर अनुदान आधारित।

Brajendra Nath Jha

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