उत्तर कोरियाई (North korea)सर्वोच्च नेता किम जोंग उन दुनिया का सबसे सनकी तानाशाह है, जिसकी जिद पूरी दुनिया में चर्चित है। ऐसे में उत्तर कोरिया का तानाशाह किम जोंग उन अपनी हरकत से बाज नहीं आ रहा है। किम जोंग उन (Kim Jong Un) लगातार अमेरिका पर निशाना साधते रहते हैं। किम जोंग उन (Kim Jong Un) को मिसाइलों और परमाणु हथियारों की भूख है। वो आए दिन कोई न कोई मिसाइल टेस्ट करते रहते हैं। सिर्फ 10 महीने में उत्तर कोरिया ने 40 से भी अधिक घातक मिसाइलों का परीक्षण कर चुका है। हाल ही में एक बार फिर उत्तरी कोरिया ने पश्चिमी देशों और अमेरिका की चेतावनी की परवाह किये बगैर गुरुवार को बैलिस्टिक मिसाइल दागी।
इस बीच जब उत्तर कोरिया ने बैलिस्टिक मिसाइल दागी तो जापान में गुरुवार को गलत अलर्ट जारी कर दिया था। सियोल की सेना ने कहा, उत्तर कोरिया ने एक अनिर्दिष्ट बैलिस्टिक मिसाइल दागी। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार इस मिसाइल की डिटेल्स की कोई खास जानकारी नहीं लेकिन इसके दागते ही जापान ने इस बात का गलत अंजादा लगाया कि यह द्वीप के पास गिरेगी। मिसाइल के गलत आंकलन के कार होक्काइडो के उत्तरी द्वीप के निवासियों के लिए तुरंत निकासी का आलर्ट जारी किया गया था, जिसे बाद में वापस ले लिया था।
ये भी पढ़े: इधर दुनिया शांति की उम्मीद कर रही, उधर इस देश ने दाग दी बैलिस्टिक मिसाइल
जापानी जमीन बैलिस्टिक मिसाइल
नॉर्थ कोरिया की मिसाइल को लेकर जापान की सरकार ने शुरू में देश के उत्तरी प्रान्त होक्काइडो के लोगों से सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने का अलर्ट जारी किया था। लेकिन जापानी तट रक्षकों ने बाद में कहा कि उनका मानना है कि मिसाइल के होक्काइडो या उसके आसपास गिरने की अब कोई संभावना नहीं है। वहीं जापानी चैनल एनएचके के अनुसार, रक्षा मंत्रालय की जानकारी का हवाला देते हुए तटरक्षक बल ने कहा है कि ऐसा माना जा रहा है कि बैलिस्टिक मिसाइल पहले ही गिर चुकी है।
उत्तर कोरिया को क्यों लगी मिर्ची
बता दें कि ये बैलिस्टिक मिसाइल दागने के पहले उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग ने अपने टॉप अधिकारियों के साथ एक बैठक की थी, जिसमें अपने शीर्ष अधिकारियों द्वारा अमेरिकी साम्राज्यवादियों और दक्षिण कोरियाई कठपुतली देशद्रोहियों को आक्रामकता की जंग छेड़ने के कदमों से निपटने के तरीकों पर चर्चा की गई थी। बैठक के बाद किम जोंग उन ने आदेश दिया कि देश की प्रतिरोधक क्षमताओं को मजबूत किया जाए। गौरतलब है उत्तर कोरिया ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच हाल के महीनों में अपने हथियारों के परीक्षण को बढ़ाते हुए बढ़ते तनाव के रूप में सैन्य अभ्यास को लेकर नाराजगी जाहिर की है।